देश में टीकाकरण का आंकड़ा 1 करोड़ 82 लाख के पार
12 से 14 वर्ष के एक करोड़ से ज्यादा बच्चों को लगी पहली डोज
नई दिल्ली । देश में 12 से 14 वर्ष की आयु के एक करोड़ से अधिक बच्चों को कोरोना की वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। इस बात की जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने दी है। इस आयु वर्ग के लिए टीकाकरण 16 मार्च को जैविक ई के इंट्रामस्क्युलर वैक्सीन कार्बेवैक्स के साथ शुरू हुआ, जिसकी दूसरी खुराक 28 दिनों के अंतराल पर दी जानी है।
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि 12 से 14 आयु वर्ग के एक करोड़ से अधिक बच्चों ने कोरोना वैक्सीन की अपनी पहली खुराक प्राप्त की है। मेरे सभी युवा योद्धाओं को बधाई, जिन्होंने वैक्सीन लगवाई है। साथ ही उन्होंने कहा कि आइए इस गति को जारी रखें!
देशभर में सुबह 7 बजे तक कोरोना वैक्सीन की लगाई गई खुराक 182.55 करोड़ से अधिक हो गई है। देशभर में टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया था। फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण पिछले साल 2 फरवरी से शुरू हुआ था। कोरोना टीकाकरण का अगला चरण पिछले साल 1 मार्च को 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए शुरू हुआ था।
भारत ने पिछले साल 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया। इसके बाद सरकार ने पिछले साल 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना खिलाफ टीकाकरण की अनुमति देकर अपने टीकाकरण अभियान का विस्तार करने का फैसला किया था। टीकाकरण का अगला चरण 3 जनवरी से 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के किशोरों के लिए शुरू हुआ था। भारत ने 10 जनवरी से स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को टीकों की एहतियाती खुराक देना शुरू किया था। देश ने 16 मार्च से 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया है। गौरतलब है कि पिछले साल 1 मार्च तक देश में 12 और 13 साल की उम्र के 4.7 करोड़ बच्चे थे।