राष्ट्रीय

नेशनल मेडिकल काउंसिल की दो-टूक

फिलीपींस की बीएससी डिग्री भारत में एमबीबीएस के समकक्ष नहीं
नई दिल्ली। शीर्ष चिकित्सा शिक्षा नियामक नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) ने बड़ी घोषणा की है। काउंसिल ने कहा है कि फिलीपींस में विज्ञान में (बीएससी )की डिग्री भारत में बैचलर आफ मेडिसिन और बैचलर आफ सर्जरी (एमबीबीएस) के समकक्ष नहीं हैं। एनएमसी के अनुसार, फिलीपींस में जीव विज्ञान और मनोविज्ञान जैसे विषयों के साथ बीएससी प्री मेडिकल कोर्स है। यह भारत में कक्षा 11 और 12 कक्षा के विषयों के समान है। फिलीपींस में इस डिग्री के तहत एनाटामी, बायोकेमिस्ट्री, बायोफिजिक्स और माइक्रोबायोलाजी जैसे विषयों को नहीं पढ़ाया जा रहा है। भारत में एमबीबीएस के लिए ये विषय आवश्यक हैं। आयोग ने 25 मार्च को जारी एक नोटिस में कहा कि नियमों के अनुसार, विदेशी चिकित्सा योग्यता या पाठ्यक्रम जो भारत में एमबीबीएस पाठ्यक्रम के समकक्ष नहीं हैं, उन्हें देश में चिकित्सा अभ्यास करने के लिए पंजीकरण के लिए योग्य नहीं माना जा सकता है। आपको बता दें कि इससे पहले, चीन में पढ़ाई करने की ख्वाहिश रखने वाले छात्रों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी ने आगाह कर चुका है, जिसमें यूजीसी ने ऐसे छात्रों को चीन में जारी कोविड-19 पाबंदियों को ध्यान में रखने की सलाह देते हुए कहा है कि कई छात्र इन पाबंदियों के कारण अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए वहां नहीं जा सके हैं। चूंकि चीनी प्राधिकारियों ने आनलाइन मोड में पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कराए जाने की बात कही है लेकिन इसे लेकर भी सतर्क रहने को कहा गया है। मौजूदा नियमों के अनुसार यूजीसी और एआइसीटीई बिना पूर्व अनुमति के केवल आनलाइन मोड से कई डिग्री पाठ्यक्रमों को मान्यता नहीं देते हैं। ऐसे में छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे सोच समझकर ही आनलाइन मोड से पढ़ाए जाने वाले शिक्षा के पाठ्यक्रमों में दाखिला लें ताकि भविष्य में रोजगार या अन्य समस्याओं से बचा जा सके।

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