उत्तराखण्ड

हरिद्वार में कुट्टू का आटा खाने से 125 लोग हुए बीमार

  • स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत और कौशिक ने मरीजों से मिलकर जाना हाल
  • संतों ने मुख्यमंत्री से की पूरे मामले की जांच की मांग
    हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में बीती रात पहले नवरात्रि के दिन पहले नवरात्र के दिन कुट्टू के आटे की पकोड़ी खाने से करीब 100 लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। सूचना मिलने पर प्रशासन में हड़कंप मच गया। पीड़ित लोग हरिद्वार के कांगड़ी, गाजीवाली, श्यामपुर, और भूपतवाला के रहने वाले हैं। जिला और मेला अस्पताल में इनका इलाज चल रहा है। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने कहा कि घटना के कारणों की जांच कराई जा रही है। इस मामलो में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कुट्टू के आटा खाने से हुए फूड प्वॉइजनिंग के मामले में अब हरिद्वार में तैनात अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग उठने लगी है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और हरिद्वार के संतों ने अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हालचाल जाना। इस दौरान संतों ने इस घटना को साजिश करार देते हुए सीएम से जांच की मांग की है। वहीं, जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे ने फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को सैंपल लेने और जांच करने के आदेश दिए हैं। हरिद्वार के कांगड़ी और ब्रह्मपुरी में कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मरीजों की संख्या 122 पहुंच गई है। वहीं, अब मरीजों से मिलने नेताओं और संत भी पहुंचने लगे हैं। सबसे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व हरिद्वार के विधायक मदन कौशिक मरीजों से मिलने पहुंचे, जिसके बाद साधु संतों ने भी मरीजों से बात की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री से पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की हैै। मरीजों का हालचाल जानने पहुंचे साधु-संतों ने इसे एक बड़ा षड्यंत्र बताया है। स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा है कि कि यह हिंदुओं के खिलाफ एक सोची समझी साजिश हो सकती है लेकिन माता रानी के आशीर्वाद से कोई भी घटना नहीं घटी है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग करते हुए कहा कि वह इस पर जांच बैठाएं और फौरन खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को निलम्बित करें। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय व सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह ने कुट्टू का आटा खाने से बीमार हुए लोगों का जिला चिकित्सालय पहुंचकर हाल चाल जाना। भर्ती मरीजों के उचित इलाज के संबंध में अस्पताल का निरीक्षण किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार को बीमार व्यक्तियों की उचित देखरेख और इलाज के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त आवश्यकता पड़ने पर यदि निजी चिकित्सालय में भी मरीजों को भर्ती कराया जाना हो तो तत्काल इसके लिए तैयार रहें।

जांच में दोषी पाए जाने वालों पर होगी कार्रवाईः जिलाधिकारी

हरिद्वार।   नवरात्रि पर्व पर कुट्टू का आटा भारी मात्रा में बिकता है। इसके खरीदारों की भारी संख्या होती है लेकिन इस दौरान खाद्य सामग्री में मिलावट की खबरें भी सामने आती हैं। जिस कारण कुट्टू का आटा खाने से विभिन्न क्षेत्रों से लोग फूड प्वॉइजनिंग के शिकार हो गए। पहले नवरात्र पर व्रत रखने वाले कई लोगों ने शनिवार रात में कुट्टू के आटे की पकौड़ी, रोटी और पूरी खाई। लेकिन रात में विभिन्न क्षेत्रों के बहुत से लोगों को उल्टी, पेट खराब और कंपकंपी की शिकायत होने लगी। इसके बाद शनिवार रात करीब एक बजे इक्का-दुक्का मरीज जिला अस्पताल पहुंचने लगे। जिनका इलाज कर चिकित्सकों ने उन्हें घर भेज दिया। रविवार तड़के चार बजे तक ब्रह्मपुरी और श्यामपुर कांगड़ी से ऐसे ही मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने लगी और लोग अलग-अलग अस्पताल पहुंचने लगे। जिसके बाद जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने कुट्टू के आटे की बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही जांच में दोषी पाए जाने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की बात जिलाधिकारी ने कही है। जिला और मेला अस्पताल में कुल भर्ती मरीजों की संख्या 78 है। कनखल स्थित रामकिशन मिशन अस्पताल में 14, हरिद्वार-रुड़की हाइवे स्थित अस्पताल में 18 और श्यामपुर स्थित निजी अस्पताल में करीब 15 लोग भर्ती हैं। जिलाधिकारी ने विनय शंकर पांडेय ने कहा कि कुट्टू का आटा कहां से खरीदा गया इसकी जांच के लिए आदेश दे दिए गए हैं। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।

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