शरद पवार के घर पर राज्य परिवहन कर्मचारियों ने बोला हमला
पथराव के साथ जमकर नारेबाजी,एनसीपी प्रमुख ने कही यह बात
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के घर पर आज महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के कर्मचारियों ने अचानक हमला बोल दिया। उन्होंने पवार के घर पर पथराव किया और जूते-चप्पल फेंके। कर्मचारियों की मांग है कि उनके महामंडल का विलय राज्य सरकार में किया जाए। बता दें कि शरद पवार दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी क्षेत्र में सिल्वर ओक नामक बंगले में रहते हैं। शुक्रवार यानी आज शाम करीब चार बजे महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी कई समूहों में उनके बंगले के सामने जा पहुंचे और महाविकास आघाड़ी सरकार एवं शरद पवार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
एमएसआरटीसी कर्मचारीयों का गुस्सा बेकाबू हो गया, जब उन्होंने बंगले के निकट सुरक्षा के लिए लगाई गई बैरीकेड्स भी तोड़ दी। बंगले के निकट पहुंचकर कर्मचारियों ने बंगले पर पथराव किया और जूते-चप्पल भी फेंके। हमले के दौरान शरद पवार की बेटी एवं सांसद सुप्रिया सुले खुद बंगले से बाहर आईं और उग्र कर्मचारियों को शांत करने की कोशिश करती दिखीं। उन्होंने आंदोलनरत कर्मचारियों से बातचीत के जरिए उनकी समस्या का हल निकालने की अपील की।
एमएसआरटीसी आंदोलनकारियों का विरोध शांत करने के लिए शरद पवार की बेटी एवं सांसद सुप्रिया सुले उग्र भीड़ के सामने आकर उन्हें समझाने की कोशिश की। उन्होंने आंदोलनकारियों से कहा कि मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती कर रही हूं कि कृपया शांत रहिए। मेरे माता-पिता और बच्चे घर पर हैं। इस तरह का व्यवहार न करें। बाद में सुप्रिया सुले ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में ऐसा होते मैं पहली बार देख रही हूं। मैं मुंबई पुलिस की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने समय पर कार्रवाई की। नहीं तो आज कुछ दुर्भाग्यपूर्ण हो सकता था। बता दें कि शरद पवार के घर पहुंचे 100 से अधिक आंदोलनकारियों में महिलाएं भी शामिल थीं। बता दें कि शरद पवार को जेड-प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है।