प्रदेश के मुख्य सेवक को चुनाव में मिली हार का प्रायश्चित करने को ग्रामीणों ने दी जलसमाधि
- शारदा नहर में सात गांवों के सैकड़ों लोग घंटों तक पानी में खड़े रहे
- सीएम धामी के खटीमा विस क्षेत्र में किए गए कार्यों को किया याद
- सीएम के फोन पर संबोधित करने के बाद माने ग्रामीण
खटीमा। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में सीएम पुष्कर सिंह धामी खटीमा विधानसभा सीट से चुनाव हार गए थे। अब धामी चंपावत सीट से उपचुनाव लड़ेंगे वहीं, धामी के चुनाव हारने को लेकर सीमांत गांव मेलाघाट, सिसैया, बंधा, बलुआ, खैरानी, बगुलिया और खिलड़िया गांव के ग्रामीणों ने शारदा नहर में सामूहिक रूप से सांकेतिक जल समाधि लेकर प्रायश्चित किया हैं। ग्रामीणों के सांकेतिक जल समाधि लेने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फोन पर ग्रामीणों से बात की और उन्हें खटीमा विधानसभा क्षेत्र का पूर्व की भांति विकास करने का आश्वासन दिया। सांकेतिक जल समाधि लेने वाले ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर खटीमा एसडीएम रविंद्र बिष्ट प्रशासनिक अमले, जल पुलिस व पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे। प्रशासनिक देखरेख में खटीमा विधानसभा मेलाघाट क्षेत्र के सीमांत गांवो के दर्जनों ग्रामीणों ने शारदा नहर में सांकेतिक जल समाधि लेकर प्रायश्चित किया। सांकेतिक जल समाधि के दौरान स्थानीय निवासी रामायण प्रसाद ने कहा कि सीएम धामी ने सदैव उनके क्षेत्र के विकास को लेकर कार्य किए हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश वह 2022 विधानसभा चुनाव हार गए। जिससे खटीमा मेलाघाट क्षेत्र के सिसैया, बंधा, बलुआ, खैरानी, बगुलिया खिलड़िया के ग्रामीण बेहद आहत हैं। इसलिए सीएम की हार की जिम्मेदारी लेते हुए ग्रामीणों ने सांकेतिक जल समाधि लेकर प्रायश्चित करने का काम किया है। ताकि उनके क्षेत्र की तरफ सीएम धामी का ध्यान आकर्षित कर सके। वही सांकेतिक जल समाधि के दौरान ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर एसडीएम रविंद्र बिष्ट मौजूद रहे। उन्होंने कहा जल पुलिस की निगरानी में सांकेतिक जल समाधि कार्यक्रम कराया गया है। सीएम की हार से आहत होकर सीमांत मेलाघाट क्षेत्र के ग्रामीणों ने सांकेतिक जल समाधि ली है। मौके पर पहुंचे एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट ने ग्रामीणों की फोन से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कराई। मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा कि वह इसी गांव के पले बढ़े हैं, यह मेरा गांव,जनता का जनादेश मेरे सिर माथे, चुनाव में हार जीत होती है, मेरी हार जीत से खटीमा के विकास पर असर नहीं पड़ेगा, मुझे यहां की समस्याओं की जानकारी है। यहां पर जमीन के मामले सहित अन्य समस्याएं हैं। जिसका समाधान किया जाएगा।जब वह विधायक थे उस समय यूपी में सपा की सरकार थी, लेकिन मेरा प्रयास यह रहा कि यहां जल भराव की समस्या नहीं हो। हम खटीमा के विकास के लिए काम कर रहे हैं। खटीमा में 300 करोड़ की योजनाएं संचालित हो रही हैं।