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केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन बोले- भारत में आडियो विजुअल के क्षेत्र में असीम प्रतिभाएं

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन ने कहा कि भारत में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और वर्चुअल रियलिटी समेत आडियो-विजुअल क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। भारत का फिल्म बाजार भी बहुत आकर्षक है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माताओं को अपने लिए अवसर तलाशने चाहिए। फ्रांस में कान फिल्म महोत्सव के दौरान आयोजित व्यवसायिक कार्यक्रम ‘कान नेक्स्ट’ को संबोधित करते हुए मुरुगन ने कहा कि भारत महान कहानीकारों का देश है।
फिल्म निर्माण में अहम भागीदारी वाले तकनीकी और साफ्टवेयर क्षेत्र से जुड़ी प्रतिभाओं की भी भारत में कमी नहीं है। मुरुगन ने कहा कि आडियो-विजुअल वह क्षेत्र है जहां कला तकनीक से जुड़ती है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि इस कार्यक्रम में पांच भारतीय स्टार्ट-अप ने डबिंग, लिप-सिंक्रनाइजेशन और गेमिंग के लिए स्वचालित समाधान में अपनी विशेषज्ञता पेश की।
कान फिल्म महोत्सव में शामिल होने हाल ही में फ्रांस गए सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने महाराजा रणजीत सिंह के समय के फ्रांसीसी सेना के जनरल जीन फ्रैंकोइस अलार्ड और उनकी पत्नी चंबा की राजकुमारी बन्नू पान देई के वंशजों को हिमाचली थाल, टोपी और शाल देकर सम्मानित किया। राजकुमारी देई का जन्म हिमाचल प्रदेश के चंबा में हुआ था।
सूचना प्रसारण मंत्रालय के मुताबिक ठाकुर फ्रांस यात्रा के दौरान सेंट ट्रोपेज स्थित अलार्ड स्क्वायर गए थे, जहां उन्होंने यह सम्मान दिया। जनरल अलार्ड ने महाराजा रणजीत सिंह की सेना में काम किया था। ठाकुर ने 18 मई को सेंट ट्रोपेज में महाराजा रणजीत सिंह, रानी बन्नू पान देई और जनरल अलार्ड की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की थी। सितंबर 2016 में सेंट ट्रोपेज में महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया गया था।

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