उद्धव के एक और मंत्री पर ED का शिकंजा, मनी लांड्रिंग में अब अनिल परब के ठिकानों पर छापे
मुंबई। परब के ऊपर ये शिकंजा बीजेपी नेता किरीट सोमैया की शिकायत के बाद कसा गया है। किरीट का कहना है कि नकली दस्तावेज के आधार पर रत्नागिरी जिले के दापोली बीच के पास एग्रीकल्चर लैंड पर आलीशान रिसोर्ट अनिल परब ने अपने रसूख के चलते बनाया।
ॅमहाराष्ट्र की उद्धव सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के बीच नूरा कुश्ती लगातार चल रही है। अनिल देशमुख और नवाब मलिक के बाद म्क् ने एक और मंत्री पर शिकंजा कसा है। मनी लांड्रिंग के मामले में उनके कई ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापों के बाद एजेंसी ने उन्हें समन भेजा है। ऐसा माना जा रहा है कि नूपुर शर्मा के खिलाफ महाराष्ट्र में दर्ज हुए ताबड़तोड़ केसों के बाद केंद्र ने अनिल परब पर फिर से अपना शिकंजा कसा है।
प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब के सात ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत की गई है। ईडी ने मुंबई और पुणे के सात ठिकानों पर छापेमारी की है। 57 वर्षीय परब महाराष्ट्र विधान परिषद में तीन बार से शिवसेना के विधायक हैं और फिलहाल परिवहन मंत्री हैं। ईडी ने अनिल परब से पूछताछ करने के बाद उनका बयान भी दर्ज किया।
एक रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के दापोली में एक जमीन सौदे में परब पर शिकंजा कसा गया है। एजेंसी मान रही है कि इसमें धांधली हुई। अनिल परब का कहना है कि यह छापेमारी केवल रत्नागिरी के दापोली स्थित साईं रिसोर्ट के सिलसिले में की गई है। वो पहले से ही कह रहे हैं कि दापोली स्थित साई रिसोर्ट के मालिक सदानंद कदम है। उन्होंने कोर्ट में भी यह दावा किया है और खर्च का भी हिसाब दिया है।