अग्निपथ योजना लागू करने के विरोध में बेरोजगार संगठनों राजधानी सहित अलग-अलग जिलों किया हंगामा
अग्निपथ योजना को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग
देहरादून। अग्निपथ योजना लागू करने के विरोध में बेरोजगार संगठनों के पदाधिकारियों, युवाओं ने राजधानी सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जमकर हंगामा किया। युवाओं ने भाजपा की ओर से शहर के विभिन्न इलाकों में लगाए गए पोस्टरों, बैनरों को फाड़ डाला और केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं पिथौरागढ़ में युवाओं ने सिल्थाम में जाम लगाया, जिस कारण यहां हजारों लोग जाम में फंस गए। हंगामा कर रहे युवाओं ने अग्निपथ योजना को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की। युवाओं ने इसे अपने साथ धोखा बताया। राजधानी दून में सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी ओर अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ कुमाऊं में युवकों ने कई जिलों में विरोध किया। मंडल के 6 शहरों में सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने सड़क पर आकर योजना का जमकर विरोध कर जाम लगाया। योजना के खिलाफ विरोध कर रहे युवकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। मैदान से लेकर पहाड़ तक युवाओं में सरकार के फैसले को लेकर गुस्सा नजर आया। पिथौरागढ़, चम्पावत, बागेश्वर, खटीमा, टनकपुर और बाजपुर में प्रदर्शन कर योजना को वापस लेने की मांग उठ रही है। सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ में तो युवाओं ने एनएच को ही जाम कर दिया है। ऐसे में वहां यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई है। साथ ही चम्पावत में जुलूस के बाद भर्ती की तैयारी ने जुटे नौजवान न्याय के देवता ग्वेलज्यू के मंदिर में धरना पर बैठ गए हैं। वहीं बागेश्वर में जुलूस, बाजपुर में सड़क पर उतरकर नारेबाजी कर विरोध दर्ज कराया जा रहा है। अल्मोड़ा में कल आक्रोश रैली निकालने की तैयारी की जा रही है। सरकार की ओर से अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों को भर्ती कराए जाने को लेकर युवाओं में आक्रोश है। आक्रोशित युवाओं ने सरकार पर अस्थाई ओवरड्राफ्ट को हटाकर स्थाई रूप से पूर्व की तरह सेना में भर्ती कराने को कहा है। युवाओं को यहां पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने भी समर्थन दिया। अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं ने गुरुवार को मोटर स्टेशन से प्रदर्शन करते हुए गोलज्यू दरबार पहुंचे जहां उन्होंने देवता से न्याय की गुहार लगाई। युवाओं समेत पूर्व विधायक यहां 15 से 20 मिनट तक बैठे रहे। कई युवाओं ने बताया कि सरकार युवाओं के साथ चार साल की भर्ती का लॉलीपॉप देकर भविष्य को अंधकार में झोंक रही है। इसके बाद उन्होंने मोटर स्टेशन में सरकार का पुतला फूंका। केंद्र सरकार की ओर से गत दिवस लांच की गई अग्निपथ योजना का आर्मी भर्ती की तैयारी कर रही युवाओं ने विरोध किया है। गढ़वाल के साथ ही कुमाऊं के कई जनपदों में इस योजना का भारी विरोध हुआ है। उत्तराखण्ड के युवा इस योजना से बेहद नाराज हैं। वहीं दूसरी ओर सेना में भर्ती के लिए लागू की गई नई स्कीम अग्निपथ का दून के युवाओं ने भी विरोध किया। गुरुवार को भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने घंटाघर और लैंसडाउन चौक पर इसके खिलाफ प्रदर्शन किया। युवाओं ने फौजी अंदाज में डिप्स मारकर भी इस स्कीम का विरोध किया और कहा कि ये रोजगार नहीं युवाओं को बहला-फुसलाकर बेरोजगार करने की स्कीम है। अगर सरकार रोजगार देना चाहती है तो सेना में तमाम खाली पड़े पदों को स्थाई तौर पर भरे। उन्होंने सेना का निजीकरण बताया और कहा कि तैयारी कर रहे युवा इसके लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है। उन्होंने लैंसडाउन व रानीखेत सहित तमाम जगहों पर निकाली गई भर्तियां करने पर भी रोष जताया। प्रदेश के कई अन्य स्थानों में भी इस योजना को लेकर नाराजगी नजर आईं।