भाजपा ने रुड़की मेयर गौरव गोयल को पार्टी से किया निष्कासित
मीडिया प्रभारी चौहान ने बताया, प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण की गई कार्यवाही
देहरादून। भाजपा ने रुड़की के मेयर गौरव गोयल को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण पार्टी से 6 वर्षाे के लिए निष्कासित किया गया है। वह लगातार अनुशासनहीनता और निगम में पार्टी पार्षदों के साथ विवाद और पार्टी के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे थे। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि रूड़की मेयर गोयल का कुछ दिन पूर्व नगर निगम की लीज संपत्ति रिनुअल करने के मामला में 25 लाख मांगने के ऑडियो वायरल होने के मामले के साथ ही कई अन्य प्रकरण और विवाद भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के संज्ञान में आए थे, जिसके बाद यह संभावना पुख्ता हो गई थी कि रूड़की मेयर के खिलाफ जल्दी ही भाजपा कार्रवाई कर सकती है। गोयल का ऑडियो वायरल मामला रूड़की में खासी चर्चाओं में रहा था।
गौरतलब है कि 25 लाख रुपये मांगने के ऑडियो वायरल मामले में खुद पीड़ित वादी सुबोध गुप्ता ने इस ऑडियो की पुष्टि करते हुए मेयर के खिलाफ रुड़की सिविल लाइन कोतवाली पर 25 लाख रुपए मांगने का आरोप लगाते हुए मुकदमा अपराध संख्या 82 /2022 दर्ज कराया था । गुप्ता का कहना था कि रुड़की मेयर गौरव गोयल ने उनसे लीज संपत्ति रिनुअल करने की एवज में 2500000 रुपए मांगे हैं और बकायदा ऑडियो के अलावा उनके पास अपने दो खास लोग भी भेज कर पैसे की मांग की गई, उनकी फोटोग्राफ है सीसीटीवी कैमरे में फोटो भी मेरे पास सुरक्षित है। बाद में इस मुकदमे की जांच के लिए अदालत के आदेश के बाद ऑडियो और मेयर गोयल के वॉयस सैंपल लेकर विवेचक ने फॉरेंसिक लैब देहरादून भेजें जिसमें कई माह के इंतजार के बाद अब गौरव गोयल की आवाज का मिलान ऑडियो से हुआ। 2500000 रुपए मांगने की बात पुष्ट होने के बाद मुकदमे के विवेचक ने गौरव गोयल के खिलाफ सरकार से आगे की कार्रवाई की बाबत अनुमति मांगी। इस मुकदमे में गोयल की ऑडियो से आवाज मिलान के बाद नगर निगम के सत्ताधारी पार्षदों ने जमकर हंगामा करने के बाद मुख्यमंत्री से मिलकर मेयर गौरव गोयल को पार्टी से बाहर करने की मांग की थी। वही रुड़की मेयर गोयल के खिलाफ इस रिश्वत मांगने के मुकदमे के अलावा और भी भ्रष्टाचार के कई आरोपों का खुलासा हुआ चुका हो चुका है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पूर्व झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने भी गोयल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सरकार से शिकायत की थी जिस पर जिलाधिकारी की जांच में गौरव गोयल पर अभिलेखों में छेड़खानी करने पर दबाव बनाकर कर्मचारियों से पैसे मांगने के आरोपों की पुष्टि प्रशासनिक जांच में हुई थी तो गौरव गोयल के खिलाफ नगर निगम के कर्मचारियों ने भी जिलाधिकारी हरिद्वार व शहरी विकास सचिव से उत्पीड़न की शिकायत की थी। इस जांच में भी अभिलेखों में काट छांट में छेड़छाड़ करने के मामले में गौरव गोयल दोषी पाए गए थे तो नगर निगम के ठेकेदार ने भी मेयर गौरव गोयल पर हमला कराने के आरोप में सिविल लाइन कोतवाली पर मुकदमा दर्ज कराया था । इतना ही नहीं गोयल पर विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी प्रदीप बत्रा के खिलाफ काम करने के आरोप लगे थे। इन सब प्रकरणों और विवादों के बाद इस बात की संभावना लगातार जताई जा रही थी कि रूड़की मेयर गौरव गोयल के खिलाफ पार्टी स्तर से जल्द बड़ी कार्रवाई हो सकती है। कुछ दिन पूर्व इस बात का संकेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी उनसे हुई इस मामले में बातचीत के दौरान दिया था। कौशिक ने कहा था कि रूड़की नगर निगम के मेयर का यह मामला अभी मेरे संज्ञान में आया है। देखते हैं इस मामले में पार्टी स्तर पर क्या किया जा सकता है। उसके बाद रूड़की मेयर के खिलाफ पार्टी स्तर पर कार्रवाई होने की संभावना प्रबल हो गई थी। शुक्रवार को आखिरकार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कौशिक के निर्देंश पर रूड़की मेयर गोयल को छह वर्षों के लिए पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया।