राष्ट्रीय
धु्रवीकरण की राजनीति से देश को कमजोर कर रही भाजपाः कांग्रेस
- आतंकी रियाज भाजपा की नफरती राजनीतिक फैक्टरी की उपजः माहरा
- भाजपा नेताओं से नजदीकी ने हत्यारों को निर्मम हत्या करने का साहस दिया
देहरादून। भाजपा न केवल देश में आतंक का माहौल बना कर मतों के धु्रवीकरण की राजनीति कर रही है, बल्कि कुछ मीडिया समूहों के सहयोग से झूठी खबरें परोस कर अपने प्रवक्ताओं, वरिष्ठ नेताओं से बयान दिलवाकर सुनियोजित तरीके से विपक्ष के नेताओं की छवि खराब करने का सुनियोजित षड़यंत्र कर रही है।
यह बात सोमवार को उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में उदयपुर हत्याकाण्ड पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही। माहरा ने कहा कि भाजपा की वोटों के धु्रवीकरण की ये राजनीति देश और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली है। माहरा ने कहा कि, अब दुनिया जान चुकी है कि उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की निर्दयतापूर्ण हत्या को निर्ममतापूर्वक अंजाम देने वाले हत्यारों में से एक रियाज अख्तरी की न केवल भाजपा नेताओं से नजदीकी थी बल्कि, वह भाजपा पार्टी के सक्रिय सदस्य के रुप में अक्सर पार्टी कार्यक्रमों में भाग लेता था। इसीलिए पूर्व मंत्री गुलाब चन्द्र कटारिया जैसे भाजपा के वरिष्ठ नेता उसे अपने नजदीक आने देते थे। संभवतया भाजपा नेताओं के साथ की इसी नजदीकी ने इन हत्यारों को निर्मम हत्या कर उसका वीडियों भी सोशल मीडिया पर डालने का साहस दिया हो।
उन्होंने कहा कि भाजपा भले ही अपने आईटी सेल के माध्यम से हत्यारे रियाज अख्तरी से अपने संबधों को झुठलाने की कोशिस कर रही हो लेकिन भाजपा नेता इरशाद चैनवाला की 30 नंवबर 2018 की फेसबुक पोस्ट, भाजपा नेता मौहम्मद लारी की 3 फरवरी 2019 के बाद की कई पोस्टों में रियाज अख्तरी की भाजपा के पार्टी कार्यक्रमों में सक्रियता को दिखाती फोटो और वीडियो स्वयं ही इस बात के गवाह हैं कि, आतंकी रियाज अख्तरी भाजपा की नफरती राजनीतिक फैक्टरी से निकला एक कार्यकर्ता था जिनका मकसद देश में चुनावी राज्यों में किसी भी हद तक जाकर मतों का धु्रवीकरण कर सरकारों को बनाने से अधिक कुछ भी नहीं होता है।
माहरा ने कहा कि, घटना के तुरंत बाद हत्यारों की गिरफ्तारी करने और मामले को एनआईए को हस्तांतरित कर राजस्थान की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सिद्ध किया है कि कांग्रेस की विचारधारा में आतंक और हिंसा का कोई स्थान नहीं है। अब केन्द्र सरकार के अधीन आने वाली एनआईए का दायित्व है कि, वह इन हत्यारों के पाकिस्तान के साथ-साथ, भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों से संबधों को भी सामने लाए। माहरा ने कहा कि, हाल ही में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र में एक युवा संगठन से जुड़े युवाओं द्वारा उनके कार्यालय में की गई तोड़-फोड़ को बच्चों द्वारा गुस्से और नादानी में उठाया कदम बताया था। कांग्रेस और गांधी परिवार की मानवतावादी सोच को आगे बड़ाते हुए राहुल गांधी ने हिंसा और तोड़फोड़ में शामिल इन युवाओं को माफ करने का बयान दिया था।
माहरा ने कहा कि कांग्रेस नेता की इस मानवतावादी सोच को उदयपुर से जोड़ते हुए एक चैनल ने एक खबर को यह दिखाते हुए चलाया कि जैसे राहुल गांधी उदयपुर के हत्यारों को माफ करने के संबध में बयान दे रहे हों। चैनल के साथ ही भाजपा के बड़े नेताओं और आईटी सेल ने इस झूठी खबर को फैलाकर यह सिद्ध कर दिया कि गत कुछ सालों से देश के कुछ मीडिया समूहों और भाजपा झूठी या अर्धसत्य पर आधारित खबरों को तोड़मरोड़ कर परोस कर कांग्रेस सहित विपक्षी नेताओं की छवि को खराब करने का षड़यत्रं कर रहे हैं। पत्रकार वार्ता में मथुरा दत्त जोशी प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन, महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, महामंत्री नवीन जोशी, मीडिया पेनेलिष्ट राजीव महर्षि, गरिमा माहरा दसौनी, महानगर अध्यक्ष लाल चन्द शर्मा, अमरजीत सिंह, प्रदेश सचिव शान्ति रावत आदि उपस्तिथ रहे।