कंगाल पाकिस्तान धन जुटाने के लिए कर रहा प्लान
इस्लामाबाद। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ समझौता करने के बाद चालू वित्त वर्ष में पाकिस्तान विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और इस्लामी विकास बैंक (आईडीबी) सहित अन्य बहुपक्षीय लेनदारों से लगभग 9 से 10 अरब डॉलर का ऋण जुटाने की योजना बना रहा है। दि न्यूज ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। आईएमएफ कार्यक्रम के पुनरुद्धार से कोष से एक लेटर ऑफ कम्फर्ट (एलओसी) के प्रावधान और विश्व बैंक, एडीबी और आईडीबी से कार्यक्रम/नीति से ऋण का मार्ग प्रशस्त होगा। आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड की 7वीं और 8वीं समीक्षाओं की संयुक्त स्वीकृति और विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) के तहत 1.17 अरब डॉलर की किश्त जारी करने पर विचार करने के लिए अगस्त 2022 के दूसरे सप्ताह के बाद बैठक होने की उम्मीद है।
आईएमएफ का हालांकि पुनरुद्धार योजना केवल मूल्य वृद्धि पर निर्भर करता है, और अर्थव्यवस्था की बाधाओं को दूर करने के लिए किसी भी संरचनात्मक सुधार का उल्लेख नहीं किया। जिसके परिणामस्वरूप अंततरू दोहरा घाटा हो सका है, जिसे बजट घाटा और चालू खाता घाटा कहा जा सकता है।
आईएमएफ ने अपने बयान में पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ स्टाफ स्तर के समझौते पर बढ़ती मुद्रास्फीति को नजरअंदाज किया दिया। जिससे इस धारणा को बल मिला कि वाशिंगटन स्थित ऋणदाता पाकिस्तान में मुद्रास्फीति से त्रस्त मध्यम आय वाले वेतनभोगियों और पेंशनभोगियों की परेशानियों के प्रति पूरी तरह से उदासीन दिख रही है।