उत्तराखण्ड
प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश से मची तबाही
- बारिश से प्रदेश में चार लोगों की हुई मौत जबकि 13 लोग हुए लापता
- देहरादून के मालदेवता सरखेत,टिहरी और पौड़ी के यमकेश्वर इलाके में बादल फटा
- डीएम सोनिका ने आपदा प्रभावित क्षेत्र सरखेत में मौके पर पंहुचकर राहत बचाव कार्यों की लिया जायजा
देहरादून। उत्तराखण्ड के कई जनपदों में शनिवार को तड़के हुई भारी बारिश से तबाई हुई है। देहरादून की सीमा से लगे मालदेवता सरखेत,टिहरी और पौड़ी के यमकेश्वर इलाके में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। भारी बारिश से प्रदेश में चार लोगों की मौत हो गई जबकि 13 लोग लापता बताये जा रहे हैं। मरने वालों में टिहरी जनपद में तीन और पौड़ी में एक महिला की मौत हुई है। देहरादून में मालदेवता के पास बादल फटने से पांच लोग लापता हैं जबकि पौड़ी में भी पांच लोग लापता बताये गए हैं। देहरादून में मालदेवता के पास बादल फटने और भारी बारिश से हुई तबाई के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ और जिलाधिकारी सोनिका ने स्थलीय निरीक्षण किया और राहत व बचाव अभियान को तेज किया। गत रात्रि हुई भारी वर्षा से जनपद के कई क्षेत्रों में नुकसान हुआ है। भारी वर्षा से रायपुर-थानों मोटर मार्ग पर सोंग नदी पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है तथा मालदेवता सरखेत, तिमली, मानसिंहवाला, भैंसवाड़ा, सेरकी, छमरोली आदि स्थानों पर नुकसान की सूचना पर जिलाधिकारी सोनिका प्रातः 6 बजे से ही मौके पर मौजूद रहकर राहत बचाव कार्यों का संचालन किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों का हाल-चाल जाना एवं राहत बचाव कार्य में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक-दिशा निर्देश दिए। सरखेत से तीन घायलों को एयरलिफ्ट करवाकर अस्पताल में उपचार के लिए भर्ति किया गया। रात्रि में अतिवृष्टि के चलते जिलाधिकारी ने 2 बजे रात्रि को आईआरएस एक्टिव किया। जिला प्रशासन एवं संबंधित अधिकारियों ने अपने दायित्च का निर्वहन करते हुए, लोगों को सुरक्षित स्थान में पहुंचाने का कार्य किया। सरखेत क्षेत्र के आपदा प्रभावितों को भोजन एवं राहत सामाग्री आपदा प्रबंधन कार्यालय से रवाना किया गया। इससे पूर्व रात्रि भारी बारिश के चलते जिलाधिकारी ने प्रातः 06 बजे से ही आपदा परिचालन केन्द्र पर मौजूद रहकर जानकारी प्राप्त की तथा नुकसान की सूचना मिलने पर तत्काल प्रभावित क्षेत्र को रवाना हो गई। तथा मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान आपदा कंट्रोल रूम पर मौजूद रहकर जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम में प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य रसद सामग्री के साथ ही उपकरण आदि भेजने के कार्यों की मॉनिटरिंग के साथ ही जनपद में हुए नुकसान की सूचना प्राप्त करते हुए तत्काल सहायता भिजवाई गई।
जनपद के सरखेत में अतिवृष्टि से घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं तथा कुछ लोग घायल हैं, जिन्हें एयरलिफ्ट करते हुए उपचार के लिए अस्पताल मैक्स में भर्ती करवया गया तथा क्षेत्र में चिकित्सा टीम उपकरण सहित मौजूद है तथा राहत बचाव कार्यों में एसडीआरएफ, पुलिस, जिला प्रशासन की टीम मौजूद है, सेना भी राहत बचाव लग गई है। आपदा कंट्रोल रूम से मौके पर मौजूद अधिकारियों से समन्वय करते हुए सहायता एवं टीम भेजी जा रहीं हैं। मुख्य विकास अधिकारी की ओर से आपदा कन्ट्रोलरूम से जनपद की तहसीलों से अद्यतन सूचना प्राप्त की जा रही है। जिला प्रशासन की ओर से प्रभावित क्षेत्र में राशन, बर्तन, दूध, पलंग, बिस्तर, महिलाओ, पुरूषों एवं बच्चों के लिए कपड़े, स्ट्रेचर, गैस सिलेण्डर आदि सामग्री प्रभावितों के लिए भेजी गई है। जिला प्रशासन द्वारा जनपद के सीमावर्ती गावं से सठे कुमाल्टा टिहरी गढवाल में प्रभावितो के लिए लगभग 300 पैकेट भोजन के पैकेट भिजवाए गए। आपदा कन्ट्रोलरूम से सम्बन्धित विभागों से तहसीलवार हुए नुकसान की सूचना अद्यतन की जा रही है। रात्रि में हुई भारी वर्षा एवं बादल फटने की घटना से मोलदेवता में अवस्थित रिजोर्ट में 06 टैन्ट बहने, सरखेत में 25 मकान एवं प्राथमिक विद्यालय भवन एवं 06 दुकाने क्षतिग्रस्त, सौड़ा सरोली में सौंग नदी पुल का एक हिस्सा ढहने से 02 लोग लापता है तथा भैंसवाड़ गांव के मुसनीवाला खाला के पास अतिवृष्टि के कारण मलवा आने से 03 व्यक्ति घायल तथा 05 व्यक्ति लापता है। घायलों को एयरिलिफ्ट करते हुए मैक्स अस्पताल में भर्ती किया गया है। इसी प्रकार सौंग नदी के पुल की चपेट में आने वाली 01 कार जिसमें 5 लोग सवार थे सभी को बचा लिया गया है तथा उनका उपचार हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रान्ट में चल रहा है। इस अतिवृष्टि से जनपद में 8 लोग घायल जिनका उपचार चल रहा है तथा 7 लोग अभी लापता है जिनकी खोजबीन के लिए रेस्क्यू चल रहा है। तथा कुल 28 पशुओं की हानि हुई है। जिनमें ग्राम छमरोली/सरखेत मेें 9 गाय, 1 भैंस, 4 बछड़े व 10 बकरी तथा भैंसवाड़ में 3 गाय, 1 बछड़े की आपदा की चपेट में आने से मृत्यु हो गई। इसी प्रकार जनपद के विभिन्न तहसीलों में कृषि भूमि कटाव, जल भराव, पुस्ता क्षतिग्रस्त, विद्युत लाइन, पेयजल लाइन आदि क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है जिनकी कुल अनुमानित लागत 1270.20 लाख आंकी गई है जिसकी बढ़ने की संभावना है तथा तहसील स्तर पर नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने जिला प्रशासन के अधिकारियो के साथ आपदा प्रभावित क्षेत्र सरखेत में मौके पर पंहुचकर राहत बचाव कार्यों की मॉनिटिरिंग के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीपि सिंह कुवंर, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के मिश्रा, पुलिस अधीक्षक नगर सरिता डोभाल, ग्रामीण कमलेश उपाध्याय, नगर मजिस्टेªट कुसुम चौहान, तहसीलदार सदर सोहन सिंह रांगण सहित जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे तथा आपदा कन्ट्रोलरूम में मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ. एस के बरनवाल, निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण आर.सी तिवारी, जिला पंचायतीराज अधिकारी एम.एम खान, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी शशिकान्त सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।