किसान, मजूदरों से बात नहीं करता राजाः राहुल
देश के किसानों ने खुला विरोध करते हुए तीनों कानूनों के खिलाफ जंग लड़ी
किच्छा। अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नवीन गल्ला मंडी में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र में बैठी किसान विरोधी सरकार ने तीन काले कृषि कानून बनाए जिसका देश के किसानों ने खुला विरोध करते हुए तीनों कानूनों के खिलाफ जंग लड़ी। सरकार को 1 इंच जमीन न देने पर अड़े रहे। मैं उन सभी किसानों को बधाई देता हूं।
राहुल गांधी ने अपने संबोधन को आगे बढ़ाते हुए कहा कि किसान अन्नदाता है, देश के लिए मजबूत स्तंभ है, उसका मजबूत होना देश का मजबूत होना है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि अंग्रेजों से लड़ाई में उद्योगपति आगे नहीं आए, बल्कि देश के किसान और मजदूरों ने देश की आजादी की लड़ाई अंग्रेजों से लड़ी। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने किसानों के साथ पार्टनरशिप करके देश में हरित क्रान्ति लाने का काम किया, किसानों को खुशहाल बनाने का काम किया। जब केंद्र की भाजपा सरकार ने देश में तीन कृषि काले कानूनों को लागू किया तो किसानों ने देश की सरकार को बताया कि हिंदुस्तान की सच्चाई की लड़ाई में हम हटने वाले नहीं हैं, हम बिकने वाले नहीं हैं, पीछे हटने वाले नहीं हैं, डरने वाले नहीं हैं। यूपीए सरकार के दौरान हमने किसानों की मांग पर 10 दिन में 70 हजार करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया था। राहुल गांधी ने उपस्थित भीड़ से सवाल करते हुए कहा कि हिंदुस्तान के किसान कोरोना वायरस काल में सड़कों पर थे, क्या प्रधानमंत्री ने उनसे बात की, क्या उन्होंने किसानों, मजदूरों, गरीबों से बात करने की कोशिश की। लोगों ने हाथ उठाकर जवाब दिया नहीं। तानाशाह राजा नरेंद्र मोदी ने ना किसानों से बात की, ना मजदूरों से बात की ना कोई निर्णय लिया। जनता को चुप कराया जा रहा था अगर जनता चुप नहीं रह रही थी, तो उन्हें ईडी जैसी जांच एजेंसियों से डराने धमकाने की बात की जा रही थी। किच्छा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी तिलकराज बेहड़ ने राहुल गांधी को स्मृति चिन्ह चरखा भेंटकर स्वागत व अभिनंदन किया। इससे पूर्व सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत वरिष्ठ नेता व नैनीताल एवं उधम सिंह नगर विधानसभाओं के कांग्रेस प्रत्याशी मौजूद रहे।