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एक कॉल से खुला था चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के एमएमएस कांड का राज, शिमला तक पहुंची जांच

नई दिल्ली। मोहाली की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में हुए एमएमएस कांड ने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया है। शनिवार देर रात से ही इस मामले की चर्चाएं हैं और बवाल इस कदर बढ़ गया है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 24 सितंबर तक बंद करने का फैसला लिया है। फिलहाल छात्र-छात्राओं ने ऐक्शन लेने के आश्वासन के बाद अपना प्रदर्शन बंद कर दिया है, लेकिन हालात अब भी तनावपूर्ण हैं और स्टूडेंट्स का गुस्सा कायम है। इस बीच एमएमएस कांड को लेकर कई खुलासे हुए हैं। पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले की जब जांच की गई और आरोपी छात्रा को पकड़ा गया तो एक कॉल ने ही सारे राज उगल दिए। अब इस मामले में तेजी से खुलासे हो रहे हैं।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की डीन स्टूडेंट वेलफेयर रीतू रनौत ने बताया कि इस पूरे कांड का खुलासा एक कॉल से हुआ है। उन्होंने कहा कि आरोपी छात्रा से जब घटना के बारे में पूछताछ की जा रही तो उस वक्त उसके मोबाइल पर लगातार कॉल्स और मैसेज आ रहे थे। तब हमने छात्रा से कहा कि वह फोन का स्पीकर ऑन कर बात करे। कॉल करने वाला कोई तीसरा शख्स था। रनौत ने कहा कि हमने छात्रा से कहा कि वह कॉल करने वाले अपने दोस्त से पूछे कि क्या उसके पास कोई वीडियो है। यदि है तो उसे भेजे। छात्रा के यह कहते ही लड़के ने एक अश्लील वीडियो का स्क्रीनशॉट भेज दिया।
छात्रा से जब सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने कहा कि उसे नहीं पता कि यह वीडियो उसके पास कैसे पहुंचा। उसने सिर्फ अपने दोस्त को भेजे थे। यह भी बताया कि छात्रा के मोबाइल से कुछ वीडियो और फोटो डिलीट किए गए हैं। इस मामले में पुलिस ने आरोपी छात्रा और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं शिमला में एक 31 वर्षीय युवक को हिरासत में लिया गया है। इस तरह एमएमएस कांड की जांच दूसरे राज्यों तक भी पहुंच रही है।
इस मामले का खुलासा भी अनायास ही हुआ था। दरअसल कुछ लड़कियों ने आरोपी छात्रा को बाथरूम के दरवाजे के नीचे से वीडियो बनाते हुए देख लिया था। उन्होंने इस मामले में वार्डन को शिकायत की। फिर पूछताछ में उस छात्रा ने मान लिया कि उसने कुछ वीडियो बनाए हैं। यही नहीं उन्हें कुछ लोगों को भेजा भी है।
यह पूरा केस शनिवार दोपहर तीन बजे से शुरू हुआ, जब छात्रों को वीडियो बनाए जाने की भनक लगी। इसके बाद डीन को बताया गया और पूछताछ शुरू की गई। लेकिन देखते ही देखते शनिवार की रात तक यूनिवर्सिटी के वॉट्सऐप ग्रुप्स में यह मामला पहुंचा तो छात्र जुटने लगे और रात को 1 बजे से प्रदर्शन शुरू हो गया। रात को 2 बजे से सभी वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचने लगे। हालांकि रविवार को सुबह तक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझा लिया था, लेकिन रविवार शाम को स्टूडेंट्स फिर से जुटने लगे। उनका कहना था कि कार्रवाई नहीं की जा रही है। हालांकि प्रशासन के समझाने के बाद प्रदर्शन एक बार फिर से बंद हो गए हैं।

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