हेल्दी और फिट रहने के लिए बेहतर और पोषण युक्त भोजन भी जरूरतः डॉ .राजेश कुमार
सचिव स्वास्थ्य ने बच्चों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में दी जानकारी
देहरादून। उत्तराखंड के सचिव स्वास्थ्य और एमडी एनएचएम डॉ राजेश कुमार ने कहा कि हमें अपने स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा से ज्यादा जागरूक बनना है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क वास करता है। सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि हेल्दी और फिट रहने के लिए बेहतर और पोषण युक्त भोजन भी जरूरी है। उन्होंने छात्रों और युवाओं से अपील करते हुए कहा कि आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में उन्हें अपने स्वास्थ्य को लेकर भी जागरूक रहना चाहिए।
सोमवार को जिला प्रशासन, ग्राम्य विकास विभाग की ओर से आपका बिजनेस सोल्यूशंस’देहरादून के समन्वय से आयोजित “सोशल अवेयरनेस प्रोग्राम” के तहत सोमवार को ‘सोशल अवयेरनेस प्रोग्राम’के प्रथम सत्र के तहत अटल उत्कृष्ट गवर्नमेंट इंटर कॉलेज बरोटीवाला विकासनगर, गुरु नानक गर्ल्स खुडबुडा,दून नर्सिंग एवं दून मेडिकल कॉलेज के बच्चों ने“टीबी मुक्त उत्तराखंड” “डेंगू से बचाव” “नेत्र दान दृ सर्वाेपरि दान” धूम्रपान – तम्बाकू सेहत के लिए हानिकारक” विषयों पर चित्रकला प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में सोशल अवयेरनेस प्रोग्राम’ के बतौर मुख्य अतिथि एवं गेस्ट स्पीकर रहे, स्वास्थ्य सचिव, सचिव चिकित्सा शिक्षा एमडी एनएचएम डॉ आर राजेश कुमार एवं निदेशक एनएचएम डॉ सरोज नैथानी, प्रिंसिपल दून मेडिकल कालेज डॉ आशुतोष सयाना का स्वागत आपका बिजनेस सोल्यूशेंस की संस्थापिका दृ डॉ.कंचन नेगी ने,पुष्पगुच्छ एवं शॉल भेंट कर किया। , जिसके बाद डॉ. कुमार ने बच्चों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि “मानसिक सेहत के प्रति जागरूकता बढ़ने के मकसद से पूरी दुनिया में 10 अक्टूबर का दिन मेंटल हेल्थ दिवस के रूप में मनाया जाता है और आज सरस मेले के ‘सोशल अवयेरनेस प्रोग्राम’ के माध्यम से , सभी श्रोता “स्वास्थ्य दूत” का कार्य करें और अधिक से अधिक जन तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित योजनायें पहुंचाएं। उन्होंने सोशल अवयेरनेस प्रोग्राम’ को लेकर भी सराहना की। डॉ कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखण्ड का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों, गरीबों, महिलाओं तथा बच्चों के लिये बेहतर स्तर की स्वास्थ्य देखभाल और जन सामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। वहीं एनएचएम की निदेशक डॉ सरोज नैथानी ने बच्चों कोसम्बोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से अटल आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाये जाने जैसे प्रमुख कार्य किये जा रहे हैं । जन आरोग्य अभियान के तहत कम्युनिटी हैल्थ ऑफिसर की ओर से आम जनमानस के मोतियाबिंद, टीबी रोग,डायबिटिज, हाईपरटेंशन, कैंसर आदि की जांच की जा रही है। एड्स जैसी घातक बीमारी से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत उत्तराखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति का संचालन किया जा रहा है । इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रदेस में एचआईवी एड्स की रोकथाम एवं नियंत्रण करना है। इसके तहत यौन जनित रोगों का उपचार एवं सम्पूर्ण उत्तराखण्ड में सुरक्षित एवं उच्च गुणवत्तायुक्त रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित कराना, आरटीआई, एसटीआई व एचआईवी एड्स की रोकथाम के लए कोंडम उपलब्ध कराना, एचआईवी एड्स के प्रति आम जन को जागरूक करना है . चर्चा के अंत में उन्होंने आध्यात्मिक स्वास्थ्य के बारे में भे जानकारे दी और बच्चों को इससे सम्बन्धित लघु फिल्में भी दिखाई गयी।
वहीं, दून मेडिकल कॉलेज के प्रिन्सिपल डॉ . सयाना ने, टीबी मुक्त उत्तराखंड, डेंगू से बचाव और नेत्र दानदृ सर्वाेपरि दान और धूम्रपान दृ तम्बाकू -सेहत के लिए हानिकारक विषयों पर अपने विचार साझा किये और अंत में शोध एवं विकास विशेषज्ञ डॉ. कंचन नेगी ने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए हमें नियमित शारीरिक व्यायाम, योग, ध्यान, सन्तुलित भोजन, अच्छे विचार, स्वच्छता, व्यक्तिगत स्वच्छता, नियमित चिकित्सकीय जाँच, पर्याप्त मात्रा में सोना और आराम करना आदि की आवश्यकता होती है और हम सभी को अपने स्तर पर अपने स्वास्थ्य का भरपूर ध्यान रखना चाहिए ।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. कंचन नेगी ने डॉ. आर.राजेश कुमार , डॉ सरोज नैथानीऔर डॉ सयाना को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका धन्यवाद ज्ञापित किया।