उत्तराखंड के ग्राम्य विकास मंत्री जोशी ने कहा, भय, भेदभाव और हिंसा के बिना महिलाओं को आगे बढ़ाना जेंडर अभियान का लक्ष्य, सीएम धामी के नेतृत्व में महिलाओं के उत्थान और कल्याण को प्रदेश सरकार के प्रयास लगातार जारी
- लैगिक भेदभाव पर सामुदायिक नेतृत्व में राष्ट्रीय अभियान का किया शुभारंभ
- 2025 तक सवा लाख महिलाओं को लखपति बनाने के लिए शुरू की गई है लखपति दीदी योजना
- महिला समूह के लगाए गए स्टॉल से की खरीदारी
- लिंग आधारित हिंसा की सभी को दिलाई शपथ
देहरादून। प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने शुक्रवार को विकासखण्ड परिसर, सहसपुर, देहरादून में आयोजित लैगिक भेदभाव पर सामुदायिक नेतृत्व में राष्ट्रीय अभियान प्रारम्भ किये जाने के सम्बन्ध में परामर्शिका कार्यक्रम में प्रतिभाग। उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्राम्य विकास विभाग की और से आयोजित लैंगिक भेदभाव पर समुदायिक नेतृत्व में राष्ट्रीय अभियान 25 नवम्बर से 23 दिसम्बर तक चलने वाले इस 04 सप्ताह का जेण्डर अभियान का ग्राम्य विकास मंत्री जोशी ने शुभारम्भ किया। कार्यक्रम का शुभारंभ जोशी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ होने से पहले जोशी ने कृषि, उद्यान एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत कार्य कर रही समूहों की महिलाओं के लगाए गए स्टालों का अवलोकन भी किया। इस दौरान जोशी ने महिला समूह के लगाए गए स्टाल से खरीदारी भी की।
इस दौरान ग्राम्य विकास जोशी ने लिंग आधारित हिंसा की सभी को शपथ भी दिलाई । इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री जोशी ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि जेण्डर अभियान का लक्ष्य भय, भेदभाव और हिंसा के बिना, गरिमामय जीवन के लिए संरचनात्मक बाधाओं को दूर करके महिलाओं और लिंग विविध व्यक्तियों के अधिकारों और एजेंसियों को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि जेण्डर घटक पर विभिन्न हितधारकों और समुदाय का ध्यान आकर्षित करने तथा समुदाय के बीच व्यवहार परिवर्तन लाने और विभिन्न जेण्डर आधारित प्रकरणों को संबोधित करने के लिए एक साथ काम करने के लिए सामुदायिक संस्थानों, रेखीय विभागों और सी. एस.ओ. के बीच अभिसरण की सुविधा के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय, की और से 25 नवम्बर से 23 दिसम्बर तक 04 सप्ताह के जेण्डर अभियान का आयोजन किया गया है ।
जोशी ने कहा कि अभियान जेण्डर पर वार्षिक अभियान होगा , जिस पर प्रत्येक वर्ष लैंगिक समानता के मुद्दों से संबंधित विशिष्ट विषयों पर ध्यान दिया जायेगा । यह अभियान जीवन चक्र दृष्टिकोण अपनाते हुए प्रति वर्ष इस लक्ष्य के प्रति निरन्तरता एवं प्रणालीगत प्रतिक्रिया के लिए प्रयास करेगा। जोशी ने कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में देश के साथ साथ उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की और से महिलाओं के उत्थान ओर उनके कल्याण के लिए निरंतर भरसक प्रयास किए जा रहे है।
जोशी ने कहा कि एनआरएलएम योजनान्तर्गत राज्य में वर्तमान समय तक 3.75 लाख महिलाओं को संगठित करते हुये 50073 समूह, 5179 ग्राम संगठन तथा 308 कलस्टर स्तरीय संगठन गठित किये गये 37836 समूहों को रिवोल्विंग फण्ड एवं 22396 समूहों को सामुदायिक निवेश निधि उपलब्ध करायी गयी । उन्होंने कहा 35256 समूह का बैंक लिकेंज कर 27441.93 लाख का ऋण विभिन्न आजीविका गतिविधियों के संचालन हेतु उपलब्ध करायी गयी।
समूहों के उत्पादों के बाजारीकरण के लिए 13जनपदों में 33 नैनों पैकेजिंग यूनिट, 13 सरस सेन्टरों को जनपद स्तर पर आउटलेट के रूप में तैयार किया जा रहा है। मंत्री जोशी ने कहा एसवीईपी योजना के अन्तर्गत 02 नये सीमान्त विकासखण्डों (जोशीमठ एवं धारचूला) का चयन के साथ साथ मुख्यमंत्री जी द्वारा लखपति दीदी मेले में 1.25 लाख महिलाओं को वर्ष 2025 तक लखपति बनाये जाने के लिए राज्य में लखपति दीदी योजना का शुभारम्भ किया गया है ।
उन्होंने कहा कि महिला समूहों के उत्पादों के विपणन के लिए राज्य स्तर पर रायपुर में आउटलेट की स्थापना एवं देहरादून एयरपोर्ट एवं रेलवे स्टेशन पर उत्पादों के विपणन के लिए आउटलेट की स्थापना की है । अमेजन सहेली ई-प्लेटफार्म के माध्यम से 10 से अधिक समूह के उत्पाद आन लाईन विपणन के लिए आनबोर्ड किये गये। जोशी ने कहा कि लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध इस अभियान का निश्चित तौर पर आने वाले समय में सकारात्मक परिणाम आएंगे।
इस अवसर पर सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर, अपर सचिव नितिका खंडेलवाल, मुख्य विकास अधिकारी झरना कामठान, ब्लाक प्रमुख सीमा नेगी सहित कई लोग उपस्थित रहे।