उत्तराखण्ड

एक और बेहतर प्रयास: उत्तराखंड में हुआ पोल्ट्री वैली योजना का आगाज, उत्तराखंड में पहली बार चलाई जा रही 100 करोड़ से अधिक की पोल्ट्री योजना 

  • सहकारिता डॉ. धन सिंह और पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने  संयुक्त रूप से की पोल्ट्री वैली योजना लॉन्च
  • पोल्ट्री किसानों की आमदनी दोगुनी करने में मिलेगी मदद
    डॉ. धन सिंह ने कहा ,स्थानीय स्तर पर महिलाओं और युवाओं के लिए पैदा होंगे रोजगार के अवसर

देहरादून । उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री  डॉ धन सिंह रावत और पशुपालन मंत्री  सौरभ बहुगुणा ने गुरुवार को संयुक्त रुप से यूकेसीडीपी निदेशालय राजपुर रोड़ देहरादून में  पोल्ट्री वैली योजना की लॉन्चिंग की। इस अवसर पर  डॉ रावत ने  कहा कि उनके विभाग की परियोजना ने पिछले 3 सालों से उत्तराखंड राज्य के किसानों की आमदनी दोगुनी की है। उत्तराखंड में पहली बार 100 करोड़ से ज्यादा की पोल्ट्री योजना चलाई जा रही है।
इसके लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय सहकारी किसान कल्याण योजना के तहत साढ़े छह लाख लोगों को 0% ब्याज में ऋण दिया गया है। अब पोल्ट्री किसानों की आमदनी दोगुनी करने करने के लिए यह महत्वपूर्ण समय है। डॉ रावत ने कहा कि उत्तराखंड में  मुर्गियां  नजीबाबाद और बिजनौर से आती है ,अब  परियोजना से  स्थानीय स्तर पर यह  प्रयास कर दिया है कि पोल्ट्री किसानों को सहायता दी जाए। ताकि उनकी आमदनी दोगुनी हो और पर्वतीय अंचलों से पलायन न हो। रोजगार के अवसर गाँव में ही मौजूद हों।
उन्होंने कहा कि योजना से स्थानीय स्तर पर महिलाओं एवं युवाओं  के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तीकरण होगा।  डॉ रावत ने कहा कि उनके ही निर्देश में चकराता में पोल्ट्री का कार्य शुरू हुआ, अब यह पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है।
सहकारिता मंत्री डॉ रावत ने  कहा कि पोल्ट्री वैली को कलस्टर दृष्टिकोण से स्थापित किया जाएगा। उच्च क्षमता वाले गांव या क्षेत्रों की पहचान की जाएगी ताकि एक कलस्टर दृष्टिकोण हासिल किया जा सके जो इनपुट की आपूर्ति/ खरीद और  उत्पादों के विपणन के लिए पैमाने के अर्थशास्त्र और संसाधनों के अभिसरण का समर्थन करने में मदद करेगा। डॉ रावत ने कहा कि यह  सामुदायिक तौर-तरीकों को साझा करके उधमिता और सीखने को भी बढ़ावा देगा।  असंगठित  कुक्कुट क्षेत्र को संगठित किया जाएगा और यह  पूरे वर्ष भर आय का स्रोत पैदा करेगा। इस मौके पर राज्य समेकित सहकारी विकास पर योजना के नोडल अधिकारी  आनंद शुक्ला ने पूरी पोल्ट्री वैली योजना की रूपरेखा बताई। इस  मौके पर निदेशक पशुपालन डॉ प्रेम कुमार , नोडल अधिकारी  आनंद शुक्ला, परियोजना निदेशक डॉ अविनाश आनंद , परियोजना निदेशक जयदीप अरोड़ा अल्पना हल्दिया, प्रबंधक मनोज रावत सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे

पशुपालन मंत्री सौरव बहुगुणा बोले, पोल्ट्री योजना से पलायन रुकेगा और रोजगार बढेगा

देहरादून । पशुपालन मंत्री  सौरभ बहुगुणा  ने कहा कि इस योजना के लागू होने पर युवाओं को रोजगार के अवसर पैदा होंगे और मातृशक्ति को भी और सशक्त होने में सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा पलायन रुकेगा और रोजगार बढ़ेगा ।  बहुगुणा ने खुशी जाहिर की कि सहकारिता और पशुपालन विभाग आपस में मिलकर किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। बहुगुणा ने कहा कि योजनाओं को धरातल पर लाना आसान है लेकिन इन्हें कुशलतापूर्वक सक्सेसफुल बनाने के लक्ष्य के साथ अधिकारी कार्य करें। पशुपालन मंत्री बहुगुणा ने कहा कि उनके पास और आइडिया हैं जिनसे किसानों की आमदनी दुगनी की जा सकती है।

सचिव पुरुषोत्तम ने कहा, 2022 से 2026 के लिए 5000 लाभार्थियों का रखा गया है लक्ष्य
देहरादून । सहकारिता और पशुपालन विभाग के सचिव डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि इस योजना के लिए परियोजना अवधि वित्तीय वर्ष 2022 से 2025 के लिए 5000 लाभार्थियों का लक्ष्य रखा गया है। पशुपालन विभाग द्वारा अनुदान सहायता 900 लाख, सहकारिता विभाग द्वारा ब्याज मुक्त ऋण सहायता 7963 लाख, राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना से 1500 लाख रुपये सहित कुल परियोजना की लागत 10363 लाख रुपए का प्रावधान रखा गया है। डॉ पुरुषोत्तम ने बताया कि 2 विभागों के संयुक्त प्रयास से राज्य में प्रथम बार इतने बड़े पैमाने पर यह कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि  पोल्ट्री सेक्टर के लिए 100 करोड़ से ज्यादा की योजना पहली बार राज्य में चलाई जा रही है।

 

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