और कैसा गया कानूनी शिकंजा: मेडिकल डिग्री माफिया इमलाख पर की गई गैंगस्टर की कार्रवाई, फर्जी डिग्री बेच अर्जित की गई करोड़ों की संपत्ति भी होगी कुर्क 7 से 8 लाख में बेचता था बीएएमएस की फर्जी डिग्री
देहरादून। बीएएमएस की फर्जी डिग्रियां बांट करोड़ों की सम्पत्ति खड़ी करने वाले वाला बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज मुजफ्फरनगर का चेयरमैन मास्टर माइंड इमलाख के ऊपर दून पुलिस में गैंगस्टर की कार्रवाई की है। यही नहीं पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में कई बड़े भू-माफियाओं के विरुद्ध भी गैंगस्टर की कार्रवाई की जिसके चलते पुलिस इन गैंगस्टर की संपत्ति को कुर्क करने में आगे की कार्रवाई में जुटी है। 7 से 8 लाख रुपए प्रति डिग्री के हिसाब से लोगों से वसूलने वाले मास्टरमाइंड व मुजफ्फरनगर के हिस्ट्रीशीटर इमलाख ने गैर राज्यों से कई विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियां बनाकर लोगों को बांटी है। खुलासा होने के बाद उत्तराखंड में करीब आधा दर्जन फर्जी डॉक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। फर्जी बीएएमएस की फर्जी डिग्री मामले में मास्टरमाइंड सहित है करीब 12 लोगों को पुलिस ने सलाखों के पीछे भेजा है। जिसने मास्टरमाइंड का भाई इमरान भी शामिल है। सोमवार को पुलिस ने इमलाख के कब्जे से फर्जी दस्तावेज, मोहर एवं भारी मात्रा में नकली डिग्रियों को बरामद कर उसे जेल भेजा। बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक एंड मेडिसिन सर्जरी) की फर्जी डिग्री तैयार करने वाले 25 हजार के इनामी मास्टरमाइंड इमलाख को उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार किया था। आरोपी बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज का चेयरमैन है। जो खुद दंसवी पास है। उत्तराखंड एसटीएफ को आरोपी के पास से कई राज्यों की फर्जी ब्लैंक डिग्रियां और फर्जी पेपर बरामद हुए है। आरोपी राजीव गांधी हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी कर्नाटका के नाम से भी फर्जी डिग्रियां दे रहा था। उत्तराखंड एसटीएफ की जांच में करीब 36 ऐसे मामले सामने आए है जिसमें उत्तराखण्ड के डाॅक्टरों को बीएएमएस की फर्जी डिग्रियां दी गई है। बीएएमएस की सभी फर्जी डिग्री राजीव गांधी हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी कर्नाटका के नाम से बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज मुजफ्फरनगर के मालिक इमरान और इमलाख ने तैयार की गई थी। जिसको लेकर देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में एसटीएफ ने मुकदमा दर्ज कराया हुआ था। दून के एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने सोमवार को बताया की मास्टमाइंट इमलाख के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई की है।
भू माफियाओं पर भी कसा गया शिकंजा
देहरादून। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंवर ने भू माफिया पर शिकंजा कसते हुए दर्जनों के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई कराई है। जिसके चलते भू-माफियाओं में हड़कंप मचा है। उनकी संपत्तियों को कुर्क करने के लिए भी पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है। बताया गया है कि पुलिस ने लगभग डेढ़ दर्जन ऐसे भू माफियाओं को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की है जिन्होंने करोड़ों की संपत्ति को अवैध रूप से हासिल किया है।
ड्रग्स का सेवन करने वाले का पुलिस ने हासिल किया डीएनए
देहरादून। दून पुलिस ने 13 हजार उन लोगों का डीएनए प्राप्त कर लिया है, जो ड्रग्स या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं। नशे की लत को राजधानी से खत्म करने के लिए पुलिस की यह बड़ी चलाई जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंवर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में पुलिस ने उन लोगों को चिन्हित करना शुरू किया है, जो ड्रग्स का सेवन करते हैं। यही नहीं नशे की बीमारी को पूर्ण रूप से खत्म करने के लिए राजधानी के अलग-अलग बड़े कॉलेजों में जा कर पुलिस बैठक कर रही है और लोगों को नशे को पूर्ण रूप से खत्म करने के लिए जागरूक करने में जुटी है। पुलिस अब नशा करने वाले छात्र-छात्राओं एवं अन्य लोगो का डाटा तैयार कर उनके परिजनों एवं उनसे मिलने के लिए घरों में जाकर बातचीत करने का भी अभियान चला रही है। दूसरी और नशे का कारोबार करने वाले लोगों को भी चिन्हित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने में पुलिस जुटी है और उनकी चल अचल संपत्ति को भी कुर्क करने की कार्रवाई में आगे कदम बढ़ा रही है। जिसके चलते राजधानी में नशे की दुनिया से बाहर निकाल कर लोगों के भविष्य को उज्जवल बनाया जा सके। बता गए कि पुलिस ने करीब 13 हजार नशेे का सेवन करने वाले लोगों का डाटा तैयार किया है। इस डेटा को लेकर पुलिस कार्रवाई में जुटी है।