हो जाइए तैयार: उत्तराखंड में कृमि मुक्ति दिवस पर 38 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी अल्बेंडाजोल, अप्रैल माह में प्रदेश के सभी 13 जिलों में चलेगा अभियान, शत प्रतिशत बच्चों को दवाई खिलाकर मुक्त करने का रखा गया लक्ष्य
देहरादून।कृमि मुक्ति दिवस के तहत राज्य के 38.36 लाख बच्चों को कृमि नाशक दवाई” खिलाई जाएगी।
आगामी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम (अप्रैल, 2023) के सफलपूर्वक क्रियान्वयन के लिए राज्य समन्वय समिति की बैठक डा. सरोज नैथानी, निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में राज्य समन्वय समिति की बैठक की गई।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, स्वास्थ्य निदेशालय में आयोजित बैठक में डा. नैथानी ने बताया कि राज्य में अब तक हम राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तेरह चरणों का सफल आयोजन कर चुके हैं। पिछले चरण अप्रैल 2022 में 1-19 वर्ष के लगभग 34.27 लाख बच्चों को कृमिनाशक की दवा खिलाई गई थी। अब हमारा लक्ष्य है कि हम राज्य के शत प्रतिशत बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाकर उनको कृमि मुक्त करें तथा स्वस्थ्य उत्तराखण्ड़ के निर्माण में एक और कदम आगे बढ़ें।
बैठक में उपस्थित सभी प्रतिभागियों के साथ विचार विमर्ष करने के बाद राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की तिथि सहित महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की गई। जिसमें राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का आयोजन 17 अप्रैल एवं माॅप-अप दिवस का आयोजन 20 अप्रैल को राज्य के सभी 13 जिलों में किया जायेगा।
राश्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम माह अप्रैल के दौरान राज्य के सभी लक्षित 1-19 वर्ष आयु वर्ग के 38.36 लाख बच्चों को आॅतों के कीड़े मारने की दवा अल्बेंडाजाॅल प्रशिक्षित शिक्षकों एवं आंगनवाडी कार्यकर्ताओं द्वारा खिलायी जायेगी।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस एवं माॅप-अप दिवस के दौरान जिलों के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों, विद्यालयों (सरकारी व निजी), मदरसों, तकनीकी एवं उच्च षिक्षण संस्थानों, केन्द्रीय व नवोदय विद्यालयों में आयोजित किया जायेगा। इसके तहत 1-19 वर्ष तक के सभी बच्चों व किशोर/किषोरियों को निर्धारित खुराक के अनुसार एल्बेण्डाजोल टैबलेट खिलायी जायेगी।
बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई), नवोदय विद्यालय समिति, उत्तराखंड मदरसा बोर्ड, स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम), आउटरीच ब्यूरो, सहित प्रभारी अधिकारी आषा कार्यक्रम, आरकेएसके/आरबीएसके तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), स्वास्थ्य निदेशालय व एवीडेंस एक्शन से संबन्धित अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।