पेपर लीक मामले में विपिन बिहारी की एक करोड़ की सम्पत्ति होगी जब्त, एसटीएफ ने 24 आरोपियों के खिलाफ की गैंगस्टर की कार्रवाई
बिहारी की दरोगा भर्ती व वीडीओ परीक्षा में थी मुख्य भूमिका
गैंग के 7 सदस्यों की सम्पत्ति कुर्की के लिए डीएम को भेजी रिपोर्ट
देहरादून। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने इस गिरोह के 24 सदस्यों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट में विवेचना की जा रही है। जिसमें आरोपियों की चल अचल सम्पत्ति को भी गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत सीज करने की कार्रवाई भी की जा रही है। अभी तक इस गैंग के 7 सदस्यों हाकम सिंह, अंकित रमोला, चन्दन मनराल, जयजीत दास, मनोज जोशी, दीपक शर्मा एवं केन्द्रपाल की संपत्तियों का आंकलन कर जब्तिकरण की कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी देहरादून को प्रेषित की गई थी, जिनमें से जिलाधिकारी ने आरोपी चंदन मनराल, हाकम सिंह अंकित रमोला और जय जीत दास की संपत्ति कुर्क कर ली गई है अन्य के खिलाफ कार्रवाई प्रचलित है, अब एसटीएफ ने इस गैंग के एक अन्य सदस्य विपिन बिहारी की भी सम्पत्ति का आंकलन पूरा कर लिया गया है। जिसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करते हुए जिलाधिकारी को जब्तीकरण के लिए प्रेषित की गई है।
एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि गैंगस्टर अधिनियम की धारा-14(1) के तहत आरोपियों की अवैध संपत्ति को जिलाधिकारी ने जब्त किये जाने का प्रावधान है। इसी क्रम में आज एसटीएफ की विवेचना टीम ने निम्नलिखित आरोपियों के विरूद्ध उनकी सम्पत्ति के जब्तीकरण की कार्रवाई की गई।
आयुष अग्रवाल ने आगे जानकारी देते हुये बताया कि यूकेएसएसएससी की विभिन्न भर्ती परीक्षा में की गयी धांधली के अपराध में जिला कारागार सिद्धुवाला में निरूद्ध आरोपी बिपिन बिहारी इन परिक्षाओं को आयोजित कराने वाली आरएमएस कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर तैनात था और विभिन्न परिक्षाओं में विपिन बिहारी ने परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक कराने में मुख्य भूमिका निभायी गयी थी। इसके अलावा वर्ष 2015-2016 की दरोगा भर्ती परीक्षा और वीडीओ परीक्षा में ओएमआर शीट में हेराफेरी करने में भी संलिप्तता पायी गयी थी। जिसको देखते हुये एसटीएफ ने आरोपी विपिन विहारी की चल अचल सम्पत्तियों का गहनता से छानबीन की गयी तो इस अपराधी की लगभग एक करोड़ की चल अचल सम्पत्ति का पता लगा है जिसमें आरोपी विपिन बिहारी के अपनी परिजनों के नाम से लखनऊ सीतापुर हाईवे से लगी हुई 23 बीघा जमीन जिसका बाजारी मूल्य करीब 65 लाख रूपये, एक 650 वर्ग फीट का लखनऊ शहर में एक प्लॉट तथा लगभग 4 लाख रूपये विभिन्न बैंकों में जमा किया जाना पाया गया। जिनके संबंध में एसटीएफ ने विवेचना की तो बिपिन बिहारी और उसके परिजनों के आय के नाम मात्र स्रोत पाये गये हैं। विवेचना के दौरान पाया गया कि आरोपी विपिन बिहारी ने उपरोक्त सम्पत्ति वर्ष 2015-2016 के पश्चात् कमायी गयी है, जिससे आरोपी विपिन बिहारी की उपरोक्त संपत्ति और बैंक में जमा धनराषी की जब्तीकरण के लिए एसटीएफ ने रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को प्रेषित कर दिया गया है।
इनके खिलाफ की गई गैंगस्टर की कार्रवाई
देहरादून। आयुष अग्रवाल ने जानकारी दी कि गैंगस्टर की विवेचना में राजेश कुमार चैहान, दीपक शर्मा, अंकित रमोला, शशिकांत, हाकम सिंह, केंद्रपाल, जयजीत, अभिषेक वर्मा, मनोज जोशी, मनोज जोशी, दीपक शर्मा, महेन्दर चैहान, हिमांशु कांडपाल, तनुज शर्मा, ललित राज, चन्दन मनराल, जगदीश गोस्वामी, बलवन्त रौतेला, कुलवीर, दिनेश जोशी, योगेश्वर राव, विपिन विहारी, गौरव नेगी एवं संजीव कुमार चैहान कुल 24 आरोपियों की सम्पत्ति की जॉच कर जब्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है।