उत्तराखण्डदेहरादून

एक और बड़ी उपलब्धि: प्रदेश के शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल के प्रयास लाए रंग,स्वप्रमाणन मानचित्र स्वीकृति प्रणाली के तहत  आवेदक  मुक्ता जोशी  को  जारी  किया गया  प्रथम मानचित्र, मात्र 72 घंटे में पूरी हुई संपूर्ण  कार्यवाही

पूरी प्रक्रिया मे प्राधिकरण के किसी भी कर्मचारी का कोई भी सम्पर्क Architect / Licentiate अथवा आवेदक के साथ नहीं हुआ
शून्य सम्पर्क युक्त इस प्रणाली से मात्र 03 दिन में मानचित्र स्वीकृत कर आवेदक को प्राप्त हुआ
देहरादून।  प्रदेश के शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल  ने  सरलीकरण से समाधान के सरकार के प्रयासों  के  तहत   मंगलवार को उत्तराखण्ड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण (UHUDA)  की और से  विकसित एवं आवास विभाग, उत्तराखण्ड सरकार की स्वीकृत स्वप्रमाणन मानचित्र स्वीकृति प्रणाली के तहत प्रथम मानचित्र आवेदक  मुक्ता जोशी पत्नी मुरलीधर जोशी को Architect/ Licentiate  स्वदेश सिंह  ने  निर्गत किया । मंगलवार को विधानसभा स्थित सभाकक्ष में प्रक्रिया के शुभारंभ के बाद
शहरी विकास मंत्री डॉ अग्रवाल ने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया में मात्र 3 दिन के समय में मानचित्र को स्वीकृति करते हुए मानचित्र निर्गत करने की कार्यवाही पूर्ण की गयी। यह प्रक्रिया और भी अल्प समय में की जा सकती है यदि सम्बन्धित Architect / Licentiate के डिजिटल हस्ताक्षर पूर्व से निर्मित हों।
उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में Architect/Licentiate को दिये गये उसकी व्यवसायिक शुल्क के अतिरिक्त प्राधिकरण स्तर पर मात्र रू0 44956:00 शुल्क जमा किया गया। इस पूरी प्रक्रिया मे प्राधिकरण के किसी भी कर्मचारी का कोई भी सम्पर्क Architect / Licentiate अथवा आवेदक के साथ नहीं हुआ। शून्य सम्पर्क युक्त इस प्रणाली से मात्र 03 दिन में मानचित्र स्वीकृत कर आवेदक को प्राप्त हो गया।
इस अवसर पर  प्रकाश चंद्र दुम्का अपर आवास आयुक्त/ संयुक्त मुख्य प्रशासक UHUDA, आनंद राम अधिशासी अभियन्ता एवं CSII से  प्रशांत पोखरियाल उपस्थित रहे।

आवेदक मुक्ता जोशी ने प्रणाली को जमकर सराहा
इस मौके पर आवेदक मुक्ता जोशी ने
इस प्रणाली की सराहना करते हुए  कहा  कि यह प्रक्रिया आमजनमानस के लिए अत्यंत सुविधाजनक और पारदर्शी है और उम्मीद से बेहतर है। प्रथम मानचित्र को मंत्री आवास  डाॅ अग्रवाल के हाथों  मानचित्र की प्रति आवेदक को उपलब्ध करायी गयी। साथ ही प्राधिकरणों को निर्देश दिये गये कि इसका प्रचार-प्रसार करते हुए आमजनमानस को इसका लाभ प्रदान करें।

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