कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने छात्राओं को जीवन मे आगे बढ़ने का दिया गुरुमंत्र, लक्ष्य निर्धारित कर उस पर चलने की बात कही , भारतीय परंपरा व संस्कृति पर चलने और अनुसरण करने का अनुरोध किया
एमकेपी कॉलेज,देहरादून के चित्रकला विभाग के आयोजित भारतीय ज्ञान संस्कृति परंपरा महोत्सव-2023 के समापन समारोह में हुई शामिल
देहरादून।प्रदेश की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने
एमकेपी कॉलेज,देहरादून द्वारा आयोजित चित्रकला विभाग के भारतीय ज्ञान संस्कृति परंपरा महोत्सव-2023 के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की ।इस दौरान कॉलेज प्रसाशन द्वारा उनका स्वागत व अभिनंदन किया गया जिसके बाद कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस दौरान मंत्री रेखा आर्या ने लगाई गई विभिन्न प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। इस दौरान छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी वर्ष भर की गतिविधियों के दौरान, यह पहल सार्वजनिक जागरूकता, हितधारक भागीदारी पैदा करने में सफल रही है और इसने भारतीय ज्ञान प्रणालियों के कई क्षेत्रों के प्रचार और पुनरुद्धार के लिए एक ढांचा तैयार करने में भी मदद की है।उन्होंने सभी से अपनी भारतीय परंपरा व संस्कृति पर चलने और उसका अनुसरण करने का अनुरोध किया। साथ ही सभी छात्राओं को अपने जीवन मे एक लक्ष्य का निर्धारण करते हुए उस पर चलने की बात कही।
रेखा आर्या ने कहा कि आज हमारी बालिकाएं भी बालकों से कहीं पीछे नही हैं ।वह भी आज के समय मे पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है।आज सरकार द्वारा बालिकाओ के लिए कई सारी योजनाए चलाई जा रही है जिनका लाभ उनको प्राप्त हो रहा है।उन्होंने कहा कि चाहे आज खेल की बात करे तो देश व प्रदेश में हमारी बेटियां अपना व देश का नाम रोशन कर रही हैं।
बताते चले कि इस सात दिवसीय भारतीय संस्कृति ज्ञान परंपरा महोत्सव 2023 का समापन समारोह में वैदिक गणित, वाश तकनीक कार्यशाला, एपण प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन चित्रकला विभाग द्वारा स्नेहिल संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।जहां कार्यक्रम में उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, हरियाणा जम्मू-कश्मीर, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश के कलाकारों के चित्र प्रदर्शित किए गए, कार्यशाला में विशेषज्ञों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर राज्य महिला आयोग कुसुम कंडवाल ,प्रधानाचार्य सरिता कुमार , एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ममता सिंह सहित कॉलेज प्रबंधन के लोग एवं छात्राएं उपस्थित रहीं!