श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के माइक्रोबायलॉजी विभाग की एक दिवसीय सीएमई का आयोजन, विषेशज्ञों ने एचआईवी व हैपेटाइटिस B व C की जांच से जुड़ी आधुनिक तकनीक को किया साझा
वायरल मार्कर विषय पर आयोजित जिला स्तरीय सीएमई में 150 से अधिक विषय विषेशज्ञों ने प्रतिभाग किया
देहरादून। महंत इन्दिरेष अस्पताल के माइक्रोबायलॉजी एण्ड इम्यूनोलॉजी विभाग की ओर से एक दिवसीय निरन्तर चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) कार्यक्रम (कन्टीन्यूंयिग मेडिकल एजुकेशन प्रोग्राम) का आयोजन किया गया। वायरल मार्कर विषय पर आयोजित इस जिला स्तरीय सीएमई में 150 से अधिक विषय विषेशज्ञों ने प्रतिभाग किया । सीएमई के माध्यम से एचआईवी, हैपेटाइटिस-बी, हैपेटाइटिस-सी से जुड़े प्रभावों, जॉच, उपचार व चुनौतियों से जुड़े मेडिकल बिन्दुओं को विषेशज्ञों ने रेखांकित किया। विषेशज्ञों ने सीएमई में कहा कि जॉचों के इन तीनों वायरल मार्कर का समय से उपयोग किए जाने पर मरीज की बीमारी का सही समय पर पता लगाया जा सकता है व सही उपचार भी शुरू किया जा सकता है।
शनिवार को महंत इन्दिरेश अस्पताल के सभागार में सीएमआई का शुभारम्भ मुख्य अतिथि, प्राचार्य, एसजीआरआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज, डॉ आर.के.वर्मा, ़ व विशिष्ट अतिथि, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, महंत इन्दिरेश अस्पताल, डॉ प्रेरक मित्तल, चिकित्सा अधीक्षक, महंत इन्दिरेश अस्पताल, डॉ अजय पंडिता व चिकित्सा अधीक्षक, महंत इन्दिरेश अस्पताल, डॉ गौरव रतूडी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर किया। सीएमई के मुख्य वक्ता डॉ बंसीधर तराई, वरिष्ठ माइक्रोबायोलॉजिस्ट, मैक्स अस्पताल, साकेत दिल्ली ने एचआईवी के कारणों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सीएमई कार्यक्रम के दौरान एक पैनल डिस्कशन का भी आयोजन किया गया। मंच संचालन डॉ क्षितिजा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ (प्रो.) सुलेखा नौटियाल, विभागाध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी विभाग, महंत इन्दिरेश अस्पताल ने किया।