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कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत ने उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से शिक्षा पर चर्चा कर रखे अपने सुझाव, UP में शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की ली जानकारी, कहा, उत्तराखंड में विद्या समीक्षा केन्द्र से बदलेगी शिक्षा व्यवस्था

देहरादून/लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के महा जनसम्पर्क अभियान के बीच कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज लखनऊ में उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को परखा। डा. रावत ने यूपी के विद्यालयी शिक्षा से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक कर प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा कर अपने सुझाव रखे। डा. रावत ने उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रदेश में शिक्षा को लेकर किये जा रहे कार्यों एवं भविष्य की योजनाओं से वहां के अधिकारियों को अवगत कराया साथ उन्होंने प्रदेश में तैयार किये गये विद्या समीक्षा केन्द्र की खूबियां भी गिनाई। इस अवसर पर वहां के अधिकारियों ने गुणवत्तापरक शिक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों का प्रस्तुतिकरण दिया।
सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि उत्तर प्रदेश भ्रमण के दौरान उन्होंने सोमवार को  लखनऊ में राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के सभागार में वहां के शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने एनईपी-2020 के क्रियान्वयान एवं क्वालिटी एजुकेशन से जुड़े विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की। डा. रावत ने बताया कि उत्तराखंड सरकार द्वारा परिणाम आधारित शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर किये जा रहे कार्यों से वहां के अधिकारियों को अवगत कराया गया। सूबे में तैयार विद्या समीक्षा केन्द्र कैसे उत्तराखंड की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव का वाहक बनेगा इस पर विस्तार से जानकारी दी, उन्होंने बताया कि विद्या समीक्षा केन्द्र को स्थापित करने से पूर्व गुजरात व कर्नाटक के विद्या समीक्षा केन्द्रों का बारीकी के अवलोकन किया गया। इसके उपरांत उत्तराखंड की परिस्थितियों एवं वहां की बेहतर चीजों को अपनाया कर नया मॉडल तैयार किया गया। डा. रावत ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखंड सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के अध्ययन हेतु उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को आमंत्रित किया।

बोले,  भविष्य में दोनों राज्य के मध्य एक-दूसरे की बेहतर योजनाओं का होगा आदान-प्रदान 
शिक्षा अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था को लेकर किये जा रहे कार्यों पर प्रस्तुतिकरण दिया। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं को प्रोजेक्ट अलंकार के माध्यम से मजबूत किया जा रहा है, जिसके लिये 35 पैरामीटर्स तय किये गये हैं। अकादमिक रिसोर्स पर्सन एवं स्टेट रिसोर्स ग्रुप के सहयोग से निपुण भारत मिशन के तहत निपुण विद्यालय स्थापित किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में विद्या समीक्षा केन्द्र के क्रियाशील होने के  बाद  प्रतिमाह लगभग 1.5 लाख फोन कॉल से फीडबैक प्राप्त किया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा में पंख पोर्टल के माध्यम से बच्चों की कैरियर काउंसिलिंग की जा रही है जबकि मानव सम्पदा पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों से जुड़े प्रकरण हल किये जा रहे हैं। जिस पर विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. रावत ने वहां के अधिकारियों द्वारा किये जा रहे प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की और भविष्य में दोनों राज्य के मध्य एक-दूसरे की बेहतर योजनाओं के आदान-प्रदान करने की बात कही।

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