उत्तराखंड एसटीएफ ने धोखाधडी करने वाले 50000 के इनामी दिल्ली पुलिस के बर्खास्त सिपाही को किया गिरफ्तार,रायवाला क्षेत्र में एयरवेज इन्टरप्राईजेज नाम की फाईनेन्स कम्पनी खोलकर की थी लोगों से ठगी
देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ को आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिसके तहत उत्तराखंड एसटीएफ ने बांग्लादेश बार्डर , होबरा, पश्चिम बंगाल से चार साल से फरार 50,000 रूपये के ईनामी अपराधी दिल्ली पुलिस के बर्खास्त सिपाही को गिरफ्तार किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल की अगुवाई में उत्तराखंड के टॉप इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु ठोस कार्ययोजना बनाकर ऑपरेशन इनामी लगातार चलाया जा रहा है। जिसमें अब तक 35 इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
इसी क्रम में एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा अपनी टीमों को उत्तराखंड राज्य के टॉप इनामी अपराधियों की सूची बनाकर इन पर ठोस तरीके से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। गैंगस्टर एक्ट मेें फरार मुख्य अभियुक्त जोगिन्दर सिंह पुत्र रघबीर सिंह नि0 खेडीसाद थाना सांपला रोहतक हरियाणा जिस पर 50 हजार रू0 का ईनाम घोषित है उसकी गिरफ्तारी के सम्बन्ध मे अपराधियों के गृृह राज्य हरियाणा, दिल्ली एवं बिहार में पतारसी सुरागरसी के लिए टीमो को रवाना किया गया। टीमो द्वारा संयुक्त रूप से पतारसी सुरागरसी कर अभिसूचना संकलन किया गया व तकनीकी सहयोग लेते हुये यह ज्ञात हुआ कि उक्त ईनामी अपराधी पश्चिम बंगाल में कहीं रह रहा है। इस पर एसटीएफ की टीम को पश्चिम बंगाल रवाना किया गया। टीम के सदस्यो ने वहीं रहकर अथक प्रयास व पतारसी सुरागरसी कर ईनामी अपराधी जोगिन्दर सिंह पुत्र रघबीर सिंह नि0 खेडीसाद थाना सांपला रोहतक हरियाणा का पता लगाकर बांग्लादेश बार्डर, होबरा,पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया। अपराधी जोगिन्दर, होबरा में अपनी महिला मित्र बलिता दास (काल्पनिक नाम) के साथ रह रहा था जो वहॅा की मूल निवासी है। अभियुक्त आन लाइ्न शेयर व क्रिप्टो करेन्सी की ट्रैडिंग का कार्य कर रहा था और पूर्व में दिल्ली पुलिस में सिपाही था। जिसे लगभग 20-25 वर्ष पूर्व इसके कुकृत्यों के कारण दिल्ली पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया था।
अभियुक्त ने अपने 07 साथियों के साथ मिलकर जनपद देहरादून थाना रायवाला क्षेत्र में एयरवेज इन्टरप्राईजेज नाम की एक फाईनेन्स कम्पनी खोली थी। जिसमें जनता को 15 दिन में किस्तों के आधार पर डेढगुना पैसा वापस करने का लालच देकर कम्पनी में निवेश करने का लालच दिया गया जिस पर जनता ने विश्वास करके काफी पैसा इनकी कम्पनी में निवेश कर रखा था। गतवर्ष 2019 को थाना रायपुर पुलिस द्वारा कम्पनी पर छापा मारकर 07 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनके के विरूद्व मु0अ0स0 99/19 धारा 420 भा0द0वि0 व 45एस, 58बी भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम पंजीकृत कराया गया।
1 जनवरी 2020 को सातो अभियुक्तों पर 01/2020 धारा 2/3 गैंगस्टर एक्ट का अभियोग पंजीकृृत किया गया। जिसके बाद इस अपराधी लगातार फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी पर उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा 50 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया था।