Good News: इण्डो-इजराइल एग्री प्रोजेक्ट के तहत उत्तराखंड में स्थापित होंगे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, फसल विविधता को बढ़ावा देना व कम से कम जल के प्रयोग से उत्पादकता बढ़ाना है परियोजना का लक्ष्य
राज्यपाल की अध्यक्षता और कृषि मंत्री की उपस्थिति में एम्बेसी ऑफ इजराइल नई दिल्ली से आये प्रतिनिधि के साथ हुई बैठक
कृषि तकनीक सिखने के लिये उत्तराखण्ड का एक दल जल्द ही इजराइल जाएगा: जोशी
देहरादून। राज्यपाल ले० जनरल (से.) गुरमीत सिंह की अध्यक्षता में इण्डो-इजराइल एग्री प्रोजेक्ट के सहयोग से उत्तराखण्ड राज्य में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना करने के लिए कृषि मंत्री गणेश जोशी की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई।
कृषि मंत्री जोशी ने बताया कि भारत और इजराइल के बीच कृषि के क्षेत्र में जी2जी स्तर पर रणनीतिक सहयोग है। यह साझेदारी 2006 में हस्ताक्षरित एक एमओयू के आधार पर भारत इजरायल कृषि परियोजना में विकसित हुई। इस परियोजना का लक्ष्य फसल विविधता को बढ़ावा देना तथा कम से कम जल के प्रयोग से उत्पादकता बढ़ाना है। जिसमें इज़राइली एग्रीकल्चर प्रौद्योगिकियों को स्थानीय भारतीय परिस्थितियों के अनुरूप विकसित कर तकनीकी ज्ञान प्रसारित करना है। उन्होंने बताया कि इजराइल की कृषि तकनीक को सिखने के लिये उत्तराखण्ड का एक दल जल्द ही इजराइल जायेगा।
इस अवसर पर राज्यपाल ने एम्बेसी ऑफ इजराइल नई दिल्ली से आये हुए येअर इशेल का स्वागत किया । इशेल ने बताया कि भारतवर्ष में इण्डो-इजराइल एग्रीकल्चर परियोजना के तहत 24 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किये जा चुके हैं। उत्तराखण्ड राज्य मैदानी एवं घाटी क्षेत्रों में उपोष्ण बागवानी की सम्भानाओं को दृष्टिगत रखते हुए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किये जायेंगे, जिसमें पंतनगर विश्वविद्यालय का सहयोग प्राप्त किया जायेगा। परिचर्चा के दौरान राज्यपाल ने इजराइल द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की गई। साथ ही उन्होंने कहा कि कि इजराइल में ड्राई लेण्ड फार्मिंग में कृषि क्षेत्र में कम पानी के समुचित प्रयोग के द्वारा अत्यधिक उत्पादन किया जा रहा है। इजराइल भ्रमण के दौरान वहां पर किये जा रहे रिसर्च एवं डेवलेपमेंट कार्यों को देखा गया, जो कि कृषि एवं औद्यानिकी के क्षेत्र में एक क्रांति लाये हैं। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने निर्देशित किया कि उत्तराखण्ड राज्य में इस कार्य को करने के लिए मिशन मोड में स्पष्ट उद्देश्य, विजन, रोड मैप तैयार करते हुए पूर्ण प्रतिबद्धता से कार्य किये जाने की आवश्यकता है जिसके लिए विभाग एवं पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा सम्पूर्ण तैयारी के साथ कार्यवाही की जाये। इण्डो-इजराइल प्रतिनिधियों को उत्तराखण्ड की केदारघाटी के शहद को प्रतीकात्मक रूप में भेंट किया गया ।
सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण दीपेन्द्र चौधरी ने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए समय अन्तर्गत कार्यवाही करने के निर्देश किये। उन्होंने बताया कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के सम्बन्ध में मिशन मोड के अन्तर्गत कार्यवाही सम्पादित की जायेगी।
बैठक में अपर सचिव एवं निदेशक उद्यान रणवीर सिंह चौहान, इण्डो इजराइल सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना के लिए पधारे ब्रह्मादेव, परियोजना अधिकारी इजराइल एम्बेसी एवं गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्यागिकी पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ,अपर निदेशक डा. आरके सिंह, संयुक्त निदेशक डा. रतन कुमार, उपनिदेशक महेन्द्र पाल, डा डीके सिंह उपस्थित रहे।