ईद-उल-अजहा की तैयारियां पूरी: नमाज के दौरान यातायात संचालन के लिए रूट प्लान तैयार, संवेदनशील व सार्वजनिक स्थान पर कुर्बानी न करने की अपील
देहरादून। ईद-उल-अजहा के त्यौहार की तैयारियां पूरी हो गई हैं। नमाज को लेकर मस्जिदों की साफ-सफाई कर ली गई है। मौलानाओं ने लोगों से कुर्बानी भी पर्दे की आड़ में करने की अपील की है। ईद-उल-अजहा का त्यौहार 29 जून को मनाया जाएगा। बकरा ईद की नमाज गुरूवार प्रात: मस्जिदों में अदा की जाएगी। मुख्य नमाज ईदगाह में होगी। मौलानाओं ने लोगों से कुर्बानी पर्दे की आड़ में करने की अपील की है। वहीं, बाजार में दस हजार से लेकर लाखों की कीमत मे बकरे मिल रहे हैं। उलेमाओं और मौलानाओं ने कहा कि कि कोई भी व्यक्ति खुले में कुर्बानी न करे। इधर बकरीद के त्यौहार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस-प्रशासन भी तैयारियों में जुटा हुआ है। बकरीद पर क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात रहेगा।
ईद-उल-जुला (बकरीद) के पर्व के दृष्टिगत एसएसपी द्वारा जनपद के समस्त राजपत्रित अधिकारियो थाना प्रभारियो के साथ गोष्ठी आयोजित की गयी। गोष्ठी के दौरान आगामी ईद के पर्व के अवसर पर किये गये सुरक्षा प्रबन्धो की समीक्षा की गई। इस दौरान उपस्थित अधिकारियो को दिशा निर्देश दिये गये ।
पुलिस प्रशासन को दिए निर्देशानुसार ईद के पर्व के दौरान ईदगाहो में भारी संख्या में लोगो के नमाज के लिए पँहुचने के दृष्टिगत सभी थाना प्रभारी अपने अपने थाना क्षेत्रों में सुरक्षा के समुचित प्रबन्ध कराना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
इसके साथ ही ईदगाहो के आसपास नमाज के दौरान यातायात संचालन के लिए आवश्यक रूट प्लान तैयार तैयार किया गया है। नमाज के दौरान ईदगाहो के आसपास के क्षेत्र को यातायात के लिए जीरो जोन रखा जाए। सभी थाना प्रभारी इस बात को सुनिश्चित कर ले की बकरीद के अवसर पर परम्परागत स्थलो पर ही कुर्बानी दी जाए। किसी भी दशा में संवेदनशील स्थानो व धार्मिक स्थलो के पास कुर्बानी ना हो ।
जारी किए निर्देशानुसार ईद के पर्व के दौरान निकलने वाली शोभायात्राएं पूर्व निर्धारित मार्गो से ही निकाली जाएं। शोभायात्रा के लिए कोई नया मार्ग अथवा नई प्रथा शुरू करने की अनुमति कदापि ना दी जानी चाहिए। पुलिस कप्तान ने कहा कि पर्व के दौरान सौहार्द बिगाड़ने वाले आसामाजिक तत्वो पर पैनी दृष्टि रखी जाए तथा ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध समय से आवश्यक निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए जोकि शांति भंग करने पर आमादा हो। इसके साथ ही ईद के पर्व के दौरान ईद गाहों व भीड़ भाड़ वाले स्थानो की बम डिस्पोजल टीम के माध्यम से प्रॉपर चैकिंग सुनिश्चित की जाए