उत्तराखण्डकृषिदेहरादून

कृषि मंत्री  जोशी ने बताया, उत्तराखण्ड की 23 मण्डियों में से 19 ई- नाम  से जुडी, कहा-सेब एवं टमाटर को लम्बे समय तक संरक्षित रखने के लिए कोल्ड स्टोरों का  किया जायेगा निर्माण

कहा  ,उत्तराखण्ड का मिलेट आज एक ब्राण्ड के रूप में स्थापित हो चुका ,
देहरादून। प्रदेश के कृषि मंत्री/ कोसाम्ब के चेयरमैन गणेश जोशी ने बताया कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में मिलेट्स  को बढ़ावा देने तथा उसके अधिक से अधिक उत्पादन हो इस दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा  कि आज उत्तराखण्ड का मिलेट एक ब्राण्ड के रूप में स्थापित हो चुका है
शनिवार को विधानसभा स्थित कार्यालय मे पत्रकारों से वार्ता करते हुए कृषि   मंत्री ने बताया कि  दिल्ली में ललित ग्रुप के 12 से अधिक होटलों में श्री अन्न उत्तराखण्ड को एक मीनू के रूप में शामिल किया जा रहा है।  जोशी ने  खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि 19 जुलाई को दिल्ली में ललित सूरी ग्रुप के होटल के मीनू में का शुभारम्भ करने वह स्वयं उपस्थित रहेंगे और अन्य ललित ग्रुप के होटलों में अन्य प्रदेशों के कृषि मंत्री शुभारंभ करेंगे।उन्होंने कहा कि  हम बहुत जल्द ही सोनीपत में पांच हजार मैट्रिक टन का गोदाम हरियाणा राज्य से ले रहे हैं। इस विषय में हरियाणा राज्य के मार्केटिंग बोर्ड के अध्यक्ष द्वारा भी अपनी सहमति प्रदान कर दी गयी है।
कृषि मंत्री ने कहा उत्तराखण्ड की तीन नई मण्डियों (लक्सर, भगवानपुर एवं नरेन्द्रनगर) को ई- नाम से जोडने की सहमति भारत सरकार से मिल चुकी है। इस तरह उत्तराखण्ड की 23 मण्डियों में से 19 मण्डी  ई- नाम  से जुड गयी है, जो कि प्रतिशत के दृष्टिकोण से 82 प्रतिशत है, जो कि पूरे भारत में प्रथम स्थान पर है। आज पूरे भारत में 1381 से ज्यादा मण्डियां ई- नाम  से जुड गयी है, जो कि विपणन एवं डिजिटल की दुनिया में एक कान्ति से कम नहीं है। जोशी  ने कहा कि  उत्तराखण्ड में सेब एवं टमाटर को लम्बे समय तक संरक्षित रखने के लिए कोल्ड स्टोरों का निर्माण किया जायेगा। कलस्टर आधारित कृषि को उन्नत बीज एवं खाद से बढ़ाने का प्रयास किया जायेगा।
कृषि   मंत्री ने कहा कृषकों की व्यक्तिगत दुर्घटना को सिर्फ 6 माह पूर्व जिसको 1.5 लाख किया गया था अब कृषक मृत्यु पर 2.5 लाख रूपये का मुआवजा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कृषक उपहार योजना को उत्तराखण्ड की 23 मण्डियों में लागू कर दिया गया है।जिस किसान की उपज जितनी अधिक बार मण्डी में आयेगी उसको प्रथम द्वितीय एवं तृतीय पुरूस्कार क्रमशः 20 हजार, 15 हजार एवं 10 हजार पारितोष के रूप में प्रदान किये जायेगें। जोशी ने कहा कि  कोसाम्ब संस्था द्वारा न केवल उत्तराखण्ड बल्कि पूरे भारत की मण्डियों में विपणन की सुदृढ प्रणाली से एक नया आयाम एवं नया उद्देश्य स्थापित किया जा रहा है।

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