सीएम पुष्कर धामी ने पीएम मोदी के जन्मदिवस पर “प्रधानमंत्री की सौगात आपके लिए “कार्यक्रम में 11 लाभार्थियों को सौंपे आवास स्वीकृति पत्र व चाबी,कहा- अपना खुद का घर मिलना किसी सपने के पूरे होने से कम नहीं
घर के बर्तन और समाज के लिए 5-5 हजार के चेक भी दिए, भविष्य में 6-6 हजार रुपए देने की घोषणा
एन.आर.एल.एम योजना के 25 लाभार्थियों को चेक भी प्रदान किए
ग्राम्य विकास विभाग की ओर से आयोजित हुआ कार्यक्रम , विभागीय मंत्री जोशी रहे मौजूद
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस के अवसर पर ‘ प्रधानमंत्री की सौगात-आपके लिए’ कार्यक्रम में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों एवं प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अन्तर्गत 11 लाभार्थियों को आवास स्वीकृति पत्र, चाबी एवं घर के लिए बर्तन और सामान क्रय के लिए 05-05 हजार रुपये के चेक प्रदान किये। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लाभार्थियों को अब घर के बर्तन और सामान के लिए 06-06 हजार रुपये दिये जायेंगे।
रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने एन.आर.एल.एम योजना के 25 लाभार्थियों को चेक प्रदान किये। 10 समूहों को 75-75 हजार के सामुदायिक निवेश फण्ड (सीआईएफ) के चेक प्रदान किये गये। 05 समूहों को 10-10 हजार रुपये के रिवाल्विंग फण्ड के चेक और 10 समूहों को 1.50 लाख से 06 लाख रुपये तक के चेक प्रदान किये गये। राज्य में एन.आर.एल. एम योजना के तहत 5.01 लाख महिलाओं को संगठित कर 64 हजार 686 समूहों, 06 हजार 551 ग्राम संगठनों एवं 392 क्लस्टर स्तरीय संगठनों का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए भगवान केदारनाथ और भगवान बद्रीविशाल से उनके सुदीर्घ जीवन की कामना की। अपने जन्मदिन के सुअवसर पर देवभूमि की बहनों को पक्के मकान के रूप में विशेष उपहार देने पर उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमारे बीच अनेकों ऐसे परिवार हैं ,जिनके लिए अपना खुद का घर मिलना किसी सपने के पूर्ण होने से कम नहीं है। गरीबों को अपना पक्का घर देना योजना मात्र नहीं है, यह प्रदेश के एक-एक वंचित को इस बात का विश्वास देने की प्रतिबद्धता है कि सरकार उनके सशक्तिकरण के लिए दृढ़ संकल्पित है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार हर गरीब तक पहुंचने का काम कर रही है।इस अवसर पर सचिव ग्राम्य विकास राधिका झा, आयुक्त ग्राम्य विकास आनन्द स्वरूप, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, अपर सचिव ग्राम्य विकास नितिका खण्डेलवाल व सीडीओ देहरादून झरना कमठान सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
बोले, देश में पिछले 9 सालों में गरीब परिवारों को मिल
चुके 4 करोड़ से ज्यादा पक्के घर
देहरादून। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में पिछले 9 वर्षों में करीब 4 करोड़ से अधिक पक्के घर गरीब परिवारों को मिल चुके हैं। इनमें से करीब 70 प्रतिशत घर महिलाओं के नाम पर हैं। जब कोई सरकार अंत्योदय को अपना ध्येय मानकर कार्य करती है तो उसके परिणाम अलग होते हैं। राज्य में इस योजना के अंतर्गत प्रारम्भ से अब तक कुल 36229 आवासों का निर्माण पूर्ण करते हुए 609.24 करोड़ की धनराशि डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों के बैंक खाते में हस्तान्तरित की जा चुकी है। देश में जिस स्तर पर शोषितों और वंचितों का आज सशक्तिकरण हो रहा है वैसा आज से पहले कभी नहीं हुआ। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड में भी विकास के एक नए युग का सूत्रपात हो चुका है। प्रदेश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अनेकों कार्य किये जा रहे हैं
ग्राम्य विकास मंत्री जोशी ने कहा ,
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत राज्य में अभी तक 62932 लाभार्थियों को आवास स्वीकृत
देहरादून । ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सभी योजनायें गरीबों, वंचितों एवं मातृ शक्ति को ध्यान में रखते हुए चलाई जा रही हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अन्तर्गत राज्य में अभी तक 62 हजार 932 लाभार्थियों को आवास स्वीकृत किये जा चुके हैं तथा 609 करोड़ की धनराशि लाभार्थियों के बैंक खाते में भेजी जा चुकी है। अब तक 36229 आवास पूर्ण किए जा चुके हैं। अवशेष 12079 लाभार्थियों की आवास स्वीकृति की प्रक्रिया गतिमान है। समूहों को सशक्त बनाने के लिए वित्तीय समावेशन कर 44255 समूहों को रिवाल्विंग फण्ड के रूप में 53.67 करोड़ रुपये, 27079 समूहों को 174.27 करोड़ रू0 का सामुदायिक निवेश निधि एवं 55257 समूहों के लिए 443.27 करोड़ बैंक लिंकेज कर विभिन्न आजीविका संवर्धन गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। 2025 तक राज्य में 1.25 लाख महिलाओं को लखपति दीदी के रूप में तैयार किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान समय तक 40272 महिलाओं को लखपति दीदी के रूप में तैयार किया गया है।