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विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2023  पर मैक्स  हॉस्पिटल ने की जागरूकता पहल की शुरुआत , विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. सलोनी गुप्ता ने कहा,  विचारों, भावनाओं और कार्यों को गहराई से प्रभावित करता है मानसिक स्वास्थ्य

देहरादून: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर, मैक्स  हॉस्पिटल  सुपर स्पेशलिटी देहरादून  ने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए  वैश्विक समुदाय के साथ मजबूती के साथ खड़ा होकर और मानसिक स्वस्थ्य  को प्राथमिकता देने की आवाह्न किया । इस महत्वपूर्ण पहल में, मैक्स हॉस्पिटल  की टीम ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जोर देते हुए एक बैलून रिलीज समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य विभाग के प्रतिष्ठित डॉक्टरों ने  मीडिया से बात करते हुए  दैनिक जीवन पर मानसिक स्वास्थ्य के प्रभाव, तनाव से निपटने की रणनीतियों और समय पर उपचार  के महत्व पर प्रकाश डाला।
डॉ. सलोनी गुप्ता, कंसलटेंट, साइक्लोजिस्ट, मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार विज्ञान, मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल देहरादून जोर देकर कहा कि मानसिक स्वास्थ्य हमारे विचारों, भावनाओं और कार्यों को गहराई से प्रभावित करता है।हमारे रिश्तों, कार्य कुशलता और जीवन की समग्र गुणवत्ता को आकार देता है। मानसिक स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों  को नज़रअंदाज़ करने से भविष्य में गंभीर चुनौतियाँ पैदा हो सकती हैं।  अपने काम और निजी जीवन को मिलाने से  कई व्यक्तियों के लिए तनाव बढ़ा दिया है। इम्प्लॉयर और कार्मिक को समान रूप से मानसिक  स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए और  ऐसे वातावरण को बढ़ावा देना चाहिए जहां मानसिक स्वास्थ्य के बारे में खुली चर्चा  को प्रोत्साहित किया जाए और समर्थन आसानी से उपलब्ध हो।”
इस अवसर पर डॉ. संदीप तंवर, यूनिट हेड एवं वीपी ऑपरेशंस, मैक्स  हॉस्पिटल देहरादून ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया इस अवसर पर मैक्स अस्पताल के एसोसिएट जनरल मैनेजर रवि पी. आर्य, नेहा श्रीवास्तव, मैनेजर सेल्स एंड मार्केटिंग श्रीराम और निखिल कनौजिया आदि मौजूद रहे।
सकारात्मक आदतों व व्यापक संतुलन से होता है
मानसिक स्वास्थ्य:डॉ. अंकिता
देहरादून। विजिटिंग कंसल्टेंट, मनोचिकित्सक और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. अंकिता प्रियदर्शिनी,  ने भी बताया कि अच्छा मानसिक स्वास्थ्य लगातार सकारात्मक आदतों, व्यापक संतुलन, प्रभावी तनाव प्रबंधन और  भावनात्मक रूप से स्वस्थ रहने से होता है। आत्म-सहानुभूति विकसित करना, सकारात्मक मानसिकता के साथ परिवर्तन को अपनाना और सार्थक संबंध बनाना हमारी मानसिक संवर्धन को मजबूत करता है। सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की हमारी भावनाओं को स्वीकार करना और स्वस्थ प्रतिरोधक होना हमारी मानसिक दृढ़ता को मजबूत करता है। स्वस्थ मन  कोई मंजिल नहीं है, बल्कि एक सतत यात्रा है, जो हमारे द्वारा प्रतिदिन उठाए जाने वाले सावधानीपूर्वक कदमों से आकार लेती है, जो एक लचीले और संतुष्ट जीवन का मार्ग प्रशस्त करती है।

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