भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा, 17 दिन तक रेस्क्यू आपरेशन को कोसती वाली कांग्रेस की अब जगी चेतना सुखद, परियोजनाओं पर सुविधा के हिसाब से व्याख्या करती रही है कांग्रेस
मुख्यमंत्री धामी के प्रयासों को कोसने एवं रेस्क्यू में लगी एजेंसियों के मनोबल को तोड़ने में लगी रही कांग्रेस
देहरादून ।भाजपा ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग मे 17 दिन तक चले रेस्क्यू आपरेशन के दौरान तमाम तरह की तकनीकी खामिया गिनाने और सरकार को कोसने मे लगी कांग्रेस की चेतना आखिरकार जागना सुखद है।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि बेहतर होता कि कांग्रेस रेस्क्यू आपरेशन के संयम रखती और गैर जिम्मेदाराना रवैया नही अपनाती । इस दौरान वह टनल को लेकर तकनीकी दक्षता का भी प्रदर्शन भी करने मे पीछे नही रही। कांग्रेस मजदूरों के बाहर निकलने की चिंता कम और इसे अवसर मानकर राजनैतिक समीक्षा मे जुट गयी।
चौहान ने कहा कि कांग्रेस राज्य में सुरंग आधारित परियोजनाओं को लेकर सुविधा के हिसाब से वक्तव्य देती रही है। जोशीमठ को लेकर भूगर्भ शास्त्रियों की रिपोर्ट को अनदेखा करने की सीधी दोषी कांग्रेस रही है, लेकिन भाजपा पर आरोप प्रत्यारोप लगाती रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हर आपदा की भाँति इस बार भी बेहतर प्रबंधन के जरिये जोशीमठ के आपदा प्रभावितों को सीधा लाभ पहुंचाया। अब तक श्रेष्ठ आपदा राहत मुहैया करायी गयी।
चौहान ने कहा कि मजबूत राजनैतिक इच्छा शक्ति का ही परिणाम है कि आज केदारनाथ विश्व पटल पर स्थान पा चुका है। जहाँ तक सिलक्यारा का सवाल है तो देश दुनिया ने उत्तराखंड मे चले रेस्क्यू आपरेशन को देखा और राज्य तथा केंद्र के साथ जनता रेस्क्यू मे जुटी एजेंसियों के साथ रही। अब तक सिलक्यारा सुरंग की जरूरत और राज्य मे सुरंग आधारित योजनाओं पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस को सुविधा के हिसाब से चीजों को देखने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत इस सुरंग की डीपीआर कांग्रेस कार्यकाल मे तैयार होने को उपलब्धि के तौर पर मानते है तो अन्य नेता इसकी प्रासंगिकता पर ही सवाल उठाते रहे हैं। हालांकि विकास की राह मे अड़चने आती है और उसे काल खंड से नही जोड़ा जा सकता है।
रेट माइनर्स को पुरस्कृत करने के कांग्रेस के निर्णय को बताया सराहनीय
रेट माइनर्स को पुरस्कृत करने के कांग्रेस के निर्णय को सराहनीय बताया, लेकिन साथ ही रेस्क्यू के लिए प्रयास के आकलन और वर्गीकरण को पूरी तरह से गलत ठहराया। सरकार ने अभियान मे लगे सभी एजेंसियों, देश विदेश के आये विशेषज्ञों और सेना सहित चिकित्सकों को इसका श्रेय दिया। रेट माइनर्स भी रेस्क्यू दल का हिस्सा थे और आखिरी क्षणों मे उन्होंने बेहतर कार्य किया। उन्होंने कहा कि किसी के प्रयास को अधिक आंक कर किसी को कमतर आँकना सही मूल्यांकन नही हो सकता। यह कांग्रेस की सोच को भी दर्शाता है। हालांकि कांग्रेस एजेंसियों के द्वारा किये जा रहे अलग अलग प्लान पर भी सवाल उठाती रही है।