भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इन्वेस्टर्स समिट में मोदी का आगमन विकास और रोजगार के लिए स्वर्णिम अवसर बताया , कहा-पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ही उत्तराखंडवासियों में प्रधानमंत्री के आने को लेकर उत्साह का माहौल
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मौन उपवास पर कसा तंज,कहा -तीनों राज्यों में प्रभारी पर्यवेक्षक बनाए जाने के बावजूद हारने पर कांग्रेसियों का मौन रहना ही उचित
देहरादून । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इन्वेस्टर्स समिट और पीएम मोदी के आगमन को लेकर प्रदेश में विकास और रोजगार के स्वर्णिम अवसर लाने वाला बताया । उन्होंने साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मौन उपवास पर तंज कसते हुए कहा कि तीनों राज्यों में प्रभारी पर्यवेक्षक बनाए जाने के बावजूद हारने पर कांग्रेसियों का मौन रहना ही उचित है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 8 दिसंबर को दून आगमन को लेकर महत्वपूर्ण बैठक लेने के बाद भट्ट ने मीडिया से बातचीत करते हुए उनके समिट में शामिल होने को सौभाग्यशाली बताया । उन्होंने कहा कि अब तक 2.5 लाख करोड़ से अधिक के निवेश एमओयू हमारी सरकार ने हासिल किए हैं, साथ ही समिट में हजारों उद्योगपति और उनके प्रतिनिधि समिट में पहुंचने वाले हैं । पीएम मोदी का निवेशकों में सम्मान और देवभूमि की जनता के प्रति उनका लगाव इस आयोजन को शत प्रतिशत सफल और भव्यतम बनाने जा रहा है । यह निवेश राज्य में विकास की नई इबारत लिखेगा और युवाओं के लिए रोजगार के रिकॉर्ड अवसर सृजित करेगा। अब तक हुए एमओयू से स्पष्ट होता है कि पर्वतीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश होगा जिससे वहां से पलायन की समस्या निर्णायक रूप से समाप्त होगी ।
भट्ट ने मोदी के स्वागत की तैयारियों को लेकर जानकारी दी कि पीएम मोदी का स्वागत 1500 महिला कार्यकर्ताओं द्वारा पुष्पवर्षा के साथ किया जाएगा।
पार्टी के सभी विधायक और वरिष्ठ पदाधिकारी भी विभिन्न स्थानों पर उनके पहुंचने पर स्वागत करेंगे। प्रदेश की समृद्ध व सांस्कृतिक विरासत को लोक कलाकारों के माध्यम से उनके स्वागत में प्रस्तुत किया जाएगा । उनके आगमन से पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ 1.4 करोड़ उत्तराखंडवासियों में उत्साह का माहौल है ।
इस दौरान पत्रकारों द्वारा पूर्व सीएम हरीश रावत के मौन उपवास को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब भट्ट ने व्यंग किया कि अब उनके लिए मौन रहना ही उचित है । क्योंकि राज्य से पर्यवेक्षक और प्रभारी बना बना कर कांग्रेस नेताओं को इन तीन राज्यों में भेजा गया था और परिणाम सबके सामने है । लिहाजा उनके सामने बोलने के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है और सबका करारा जवाब महान जनता दे चुकी है ।