उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के समापन समारोह में निवेशकों से बोले कैबिनेट मंत्री जोशी, उत्तराखण्ड राज्य में औद्यानिकी के क्षेत्र में निवेश को दिया जा रहा बढ़ावा
राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में औद्यानिकी के विकास की अपार सम्भवनाएँ विद्यमान
कृषि, औद्यानिकी व रेखीय गतिविधियों के क्षेत्र में निवेशकों ने किये 1425 करोड़ से अधिक एमओयू
देहरादून । कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने एफआरआई देहरादून में आयोजित उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के समापन समारोह में निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल निर्देश / नेतृत्व में भारतवर्ष के साथ-साथ उत्तराखण्ड राज्य में भी औद्यानिकी के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कृषकों की आय में गुणात्मक वृद्धि एवं उत्तराखण्ड प्रदेश को स्वावलम्बी बनाने के प्रधानमंत्री और प्रदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्वप्न को पूर्ण करने में औद्यानिकी की अहम भूमिका है। उत्तराखण्ड राज्य की भौगोलिक परिस्थितियाँ एवं कृषि जलवायु विभिन्न औद्यानिक फसलों फल, सब्जी, मसाला, पुष्प, मशरूम व शहद के उत्पादन के लिए अत्यधिक अनुकूल है। राज्य के तराई / भावर क्षेत्रोमें खाद्यान्न उत्पादन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, वही राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में औद्यानिकी के विकास की अपार सम्भवनाएँ विद्यमान है। प्रदेश सरकार द्वारा मिलेट फसलों यथा- मण्डुवा तथा साँवा को प्रोत्साहित करने हेतु राज्य मिलेट मिशन का वर्ष 2023 से 2027 तक संचालन किया जा रहा है। इसके तहत इन फसलों का उत्पादन, प्रोत्साहन, विपणन एवं प्रसंस्करण पर विशेष कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जैविक खेती के अन्तर्गत अधिक से अधिक क्षेत्रफल आच्छादित करने के लिए भारत सरकार के सहयोग से राज्य मे परम्परागत कृषि विकास योजना तथा नमामि गंगे योजना का संचालन किया जा रहा है। मिशन एप्पल रू0 808.79 करोड़ की लागत से 5000 हैक्टेयर क्षेत्रफल आच्छादित करते हुए सेब के वर्तमान व्यवसाय रू0 200 करोड़ को बढ़ाकर रू0 2000 करोड़ किये जाने के लक्ष्य से सेब की अतिसघन बागवानी के लिए मिशन एप्पल योजनान्तर्गत 60 प्रतिशत राज सहायता प्रदान की जा रही है। सगन्ध सैक्टर में निवेश को आकर्षित करने के लिए जनपद ऊधमसिहंनगर के काशीपुर में अरोमा पार्क की स्थापना वर्ष 2021 में की गई है। जिसमें 54 औद्योगिक भूखंडो में से वर्तमान में 31 परफयूमरी और एरोमा उद्योगो ने इकाइयों की स्थापना शरु कर दी है। कैबिनेट मंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के दौरान कृषि, औद्यानिकी व रेखीय गतिविधियों के क्षेत्र में निवेशकों द्वारा रू0 1425 करोड़ से अधिक एमओयू निष्पादित किये गये हैं, जिसमें सगन्ध पादप के क्षेत्र में रू0 1090 करोड़ , औद्यानिकी के क्षेत्र में रू0 235 करोड़ तथा कृषि के क्षेत्र में रू0 100 करोड़ के एमओयू शामिल हैं।
निवेश कर खुद के आर्थिक लाभ के साथ प्रदेश में बेरोजगारी और पलायन की समस्या के समाधान में बने सहयोगी
जोशी ने निवेशकों से आह्वान करते हुए कहा प्रदेश को प्राप्त प्रकृति के वरदान भारत सरकार व उत्तराखण्ड सरकार की डबल इंजन के साथ संचालित आकर्षक योजनाओं तथा उपलब्ध मानव संसाधन का लाभ प्राप्त कर वृहद स्तर पर निवेश से प्रदेश के विकास में अपना सहयोग प्रदान करें, जिससे वह स्वयं आर्थिक लाभ प्राप्त करने के साथ-साथ प्रदेश में बेरोजगारी एवं पलायन की समस्या के समाधान में भी अहम भूमिका निभा सकेगें। उन्होंने निवेशकों को यह भी आश्वस्त किया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा निवेश के लिए शांत व अनुकूल वातावरण प्रदान करते हुए हर सम्भव सहयोग प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 निश्चित ही उत्तराखण्ड में रोजगार सृजित करने के अवसर प्रदान करेगा, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी।