उत्तराखण्डदेहरादून

उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने कहा , प्रदेश के मुस्लिम इंटेलेक्चुअल में जा रहा केंद्र व राज्य सरकार के कामों का अच्छा रिस्पांस

लगातार समाज के विद्वान लोगों से कर रहे मुलाकात,
मुख्य धारा में शामिल होकर प्रधानमंत्री मोदी के विकसित राष्ट्र संकल्प को पूरा करने में  योगदान के लिए कर रहे गुजारिश
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार ने कई जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल  पर उतारा
देहरादून। उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने कहा कि वह लगातार प्रदेश में मुस्लिम समाज के विद्वान लोगों से मुलाकात कर उन्हें केंद्र की मोदी और उत्तराखंड की धामी सरकार के कार्यों और जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दे रहे हैं  । उन्होंने कहा कि मुस्लिम इंटेलेक्चुअल से प्रदेश भर में राब्ता कायम कर रहे हैं। मुस्लिम समाज के विद्वान लोगों में केंद्र और राज्य सरकार के कामों को लेकर अच्छा रिस्पांस जा रहा है। उन्होंने कहा कि मदरसो के जरिए वह प्रदेश के विद्वान लोगों तक पहुंच रहे हैं, जिसका अब तक लोगों के बीच अच्छा रिस्पांस गया है।
उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ ,सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के तहत काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी वाक्य के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 10 सालों में अपनी सरकार में अनेक बड़े काम किए हैं ,जिनका फायदा समाज के हर वर्ग को मिला है। ।मदरसा बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को पूरा करने के लिए देश के मुस्लिम इंटेलेक्चुअल और समाज को भी मुख्य धारा में शामिल होकर अपना अहम योगदान देना चाहिए ताकि हमारा यह देश और भी तेजी से आगे बढ़ सके। मुफ्ती शमून कासमी ने कहा कि  उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार ने कई जनकल्याणकारी योजनाओं को जमीन पर उतारा है, जिसका फायदा सभी को मिला है ।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय के मदरसों  में पढ़ने वाले बच्चों के लिए शानदार पहल की है, जिसके तहत वे दीनी तालीम के साथ-साथ दुनियावी तालीम की डिग्री भी हासिल कर अपने अपने भविष्य को बेहतर बना सकेंगे।
उन्होंने कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे भी
आईएएस ,आईपीएस ,इंजीनियर एवं डाक्टर बनकर राष्ट्र की सेवा  कर सकते हैं। आजादी के बाद पहली सरकार है जो तुष्टिकरण नहीं संतुष्टीकरण पर काम कर रही है।

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