हरिद्वार पुलिस और एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी: नानकमत्ता गुरूद्वारे के बाबा तरसेम सिंह का हत्यारोपी अमरजीत मुठभेड़ में ढेर, एक लाख रूपये का ईनामी था मारा गया बदमाश
डीजीपी अभिनव कुमार ने पत्रकार वार्ता कर दी मुठभेड़ की जानकारी
मारे गए बदमाश का दूसरा साथी अंधेरे का लाभ उठाकर मौके से हुआ फ़रार
देहरादून। हरिद्वार हरिद्वार पुलिस और एसटीएफ़ की संयुक्त कार्रवाई में उधमसिंहनगर के नानकमत्ता गुरूद्वारे के बाबा की गोलियों से भूनकर हत्या करने के मुख्य आरोपी कुख्यात बदमाश अमरजीत को भगवानपुर में हुई मुठभेड़ के बाद मार गिराया गया। जबकि मारे गए बदमाश का दूसरा साथी अंधेरे का लाभ उठाकर मौके से फ़रार हो गया। पुलिस महानिदेशक ने मंगलवार की दोपहर सरदार पटेल भवन में मीडियाकर्मियों को पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ की कहानी से रू-ब-रू करवाते हुए पूरे प्रकरण से पर्दा उठाया।
पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कोर्ट रोड स्थित सरदार पटेल भवन में मीडियाकर्मियों से रू-ब-रू होते हुए बताया कि एसटीएफ़ और हरिद्वार पुलिस
को जानकारी मिली थी कि उधमसिंह नगर के नानकमत्ता में स्थित गुरूद्वारे के बाबा तरसेम सिंह की हत्या में फ़रार चल रहे एक लाख के ईनामी बदमाश हरिद्वार, भगवानपुर, और कलियर के रास्ते होते हुए मुरादाबाद भागने की तैयारी में है। डीजीपी ने बताया कि सूचना के बाद पुलिस ने चैकिंग अभियान चलाया तो देर रात्रि भगवानपुर गागलहेड़ी तिराहे पर चैकिंग के दौरान मोटर साइकिल सवार दो बदमाशों का पुलिस से आमना-सामना हो गया।डीजीपी ने बताया कि पुलिस द्वारा बाईक सवारों को रोके जाने के बाद भी बाईक नहीं रोकी गई और बाईक को इमलीखेड़ा-कलियर की ओर लेकर भाग गए। इस दौरान बाईक सवार बदमाश छंगा माजरी तरोह से छंगा माजरी गांव की ओर मुड़ गए। इस दौरान पुलिस ने बदमाशों को चारों ओर से घेर लिया।
पुलिस से घिरा देखकर बाईक सवार दोनों बदमाशों ने हाईवे की ओर भागने का प्रयास किया, पुलिस टीम से अपने आपकों घिरा देखकर देानों बदमाशों ने
पुलिस पर गोलियां चला दी। पुलिस द्वारा जवाबी कार्रवाई करने पर एक बदमाश को गोली लग गई और दूसरा बदमाश अंधेरे का फ़ायदा उठाते हुए मौके से
फ़रार हो गया। डीजीपी ने बताया कि घायल बदमाश को रूड़की अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बताया कि एसटीएफ़ द्वारा मृतक बदमाश की पहचान अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी फ़तेहगढ़ चूडि़या रोड नगली भटट अमृतसर पंजाब बताया, जिस पर एक लाख रूपये का ईनाम घोषित था। एसटीएफ़ ने बताया कि मृतक बदमाश बाबा तरसेम सिंह की हत्या में फ़रार चल रहा था। डीजीपी ने बताया कि अमरजीत सिंह ने अपने साथी के साथ मिलकर विगत 28 मार्च को नानकमत्ता गुरूद्वारे के प्रधाान बाबा तरसेम सिंह की राइफ़ल से गोलियां चलाकर हत्या कर दी थी। डीजीपी ने बताया कि मृतक एक लाख के ईनामी बदमाश अमरजीत सिंह के पास से पुलिस ने 32 बोर की पिस्टल, कारतूस और बाईक बरामद की। पत्रकार वार्ता के समय डीजीपी के अलावा अपर पुलिस महानिदेशक अपराधा एवं कानून व्यवस्था ए-पी-अनशुमन,पुलिस महानिरीक्षक पी/एम नीलेश आनंद भरणे, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल रेंज करण सिंह नगन्याल और एसटीएफ़ के एसएसपी आयुष अग्रवाल मौजूद रहे।
बदमाशों से मुठभेड़ में भारी-भरकम पुलिसकर्मी रहे शामिल
देहरादून। हरिद्वार के भगवानपुर और एसटीएफ़ के साथ सोमवार को देर रात्रि हुई मुठभेड़ में शामिल रहे पुलिसकर्मियों में एसटीएफ़ से सीओ
आरबी चमोला, इंस्पेक्टर एमपी सिंह कुमाऊ यूनिट, उपनिरीक्षक विपिन जोशी,अपर उपनिरीक्षक प्रकाश भगत,जगवीर शरण,दीपक अरोड़ा, हेडकांस्टेबिल अनूप
भाटी,मनमोहन सिंह ,रविन्द्र सिंह ,जगपाल सिंह, कांस्टेबिल गुरवंत सिंह, हेडकांस्टेबिल संजय कुमार सभी एसटीएफ़ और सर्विलांश टीम में शामिल राहे किशन
चंद शर्मा के साथ एसटीएफ़ पंजाब के लगातार संर्पक में रहे उपनिरीक्षक यादविन्द्र सिंह वाजवा, उपनिरीक्षक विद्यादत्त जोशी, हेडकांस्टेबिल संजय कुमार,
महेंद्र सिंह नेगी और कांस्टेबिल मोहन सिंह असवाल शामिल रहे।डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि इसके अलावा हरिद्वार के भगवानपुर थाने के निरीक्षक सूर्यभूष्ण नेगी, थाना अध्यक्ष कलियर दिलबर सिंह नेगी, एसआई भगवानपुर प्रमोद कुमार, उपनिरीक्षक भगवानपुर शहजाद अली, उपनिरीक्षक कलियर आमिर खान और हेडकांस्टेबिल सुधीर के अलावा सीआईयू के निरीक्षक ऐश्वर्यपाल, उपनिरीक्षक _तुराज, पवन डिमरी और कांस्टेबिल हरवीर सिंह शामिल रहे। तो वहीं जनपद उधामसिंहनगर से सीओ खटीमा वमल रावत,
उपनिरीक्षक नंदन रावत, रविन्द्र बिष्ट, कमलेश भटट, अशोक कांडपाल, भुवन जोशी, राजवीर सिंह, धाीरज टम्टा,एसओजी से उपनिरीक्षक प्रकाश,कांस्टेबिल
भूपेंद्र आर्य,पंकज बिनवाल, नीरज शुक्ला, ललित, गोविन्द और सर्विलांस से कांस्टेबिल हरेंद्र, धाीरज और अनिल इस मुठभेड़ में शामिल रहे।
सात हत्यारोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
देहरादून। नानकमत्ता गुरूद्वारे के बाबा तरसेम सिंह की गोलियों से भूनकर हत्या करने के मामले में उधामसिंह नगर औरएसटीएफ़ टीम ने अभी तक सात
हत्यारोपियाें दिलबाग सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह निवासी कबीरपुर थाना निगोही शाहजहॉपुर,अमनदीप ऊर् काला पुत्र कुलदीप सिंह निवासी बरा जगत थाना
अमरिया जिला पीलीभीत,हरविन्द्र सिंह पुत्र मलकीयत सिंह निवासी रणधाीरपुर चमुलिया मझरा सतनुवा थाना तिलहर जिला शाहजहॉपुर, बलकार सिंह पुत्र
दर्शनदा सिंह निवासी बाधोनकंजा थाना करेली जिला पीलीभीत,जसपाल सिंह भटटी पुत्र सतनाम सिंह निवासी सिहौर थाना बिलासपुर लिा रामपुर
हाल निवासी केशोवाला मोड कोतवाली बाजपुर, प्रगट सिंह पुत्र सोबरन सिंह निवासी तुलापुरा थाना बिलसण्डा जिला पीलीभीत और सुखदेव सिंह गिल ऊर्
सोनू पुत्र सतपा सिंह निवासी बन्नाखेड़ा थाना बाजपुर जनपद उधामसिंहनगर को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है।
शार्प शूटर है एक लाख का फ़रार ईनामी सरबजीत सिंह
देहरादून। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बताया कि बाबा तरसेम सिंह की गोलियों से भूनकर हत्या करने के आरोप में फ़रार चल रहे एक लाख के
ईनाम बदमाश सरबजीत सिंह पुत्र स्वरूप सिंह निवासी मियाविंड थाना वैरोवाला जिला तरनतारण पंजाब जो कि एक शार्प शूटर है, सुल्तातन सिंह पुत्र इन्द्र
सिंह निवासी गदाफ़ार्म थाना बिलासपुर लिा रामपुर और सतनाम सिंह पुत्र जगीर सिंह निवासी कुईया महोलिया थाना बंडा जिला शाहजहॉपुर उत्तर प्रदेश की
गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया गया है जो कि उत्तर प्रदेश,दिल्ली और अन्य राज्यों में दबिश दे रहे है। डीजीपी ने बताया कि फ़रार बदमाशों और गिरफ्तार बदमाशों के खिलाफ़ कई मुकदमे बलवा, हत्या, धाोखाधाड़ी और जानलेवा हमला करने के विभिन्न राज्यों के जनपदों में दर्ज है।