उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा का बड़ा हमला, कहा- अपनी पत्नी के मंगलसूत्र का मान नहीं रखने वाले दे रहे ज्ञान, नोटबंदी व कोरोना में बिके थे महिलाओ के मंगलसूत्र
केदारनाथ मंदिर से 230 किलो सोने की चोरी पर क्यो खामोश हैं मोदी
सत्ता की खातिर भाजपा नेताओं ने महिलाओं के मंगलसूत्र को चुनावों में घसीटा
देहरादून। भाजपा नेता नरेन्द्र मोदी द्वारा अपनी चुनावी सभाओं में महिलाओं के मंगलसूत्र को घसीटे जाने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आम तौर पर सुहागन महिलाएं मंगलसूत्र को अपने सुहाग की निशानी के तौर पर धारण करती हैं, यह पवित्र परम्परा हिन्दू धर्म में पूरे भारत वर्ष ही नहीं पूरे विश्व में वैदिक काल से चली आ रही है। हिन्दू धर्म में यह भी माना जाता है कि मंगलसूत्र में स्वर्ण के साथ ही चरेऊ के दाने भी धारण किये जाते हैं जो अत्यंत ही पवित्र व पूज्य माने जाते हैं ,जिसका भाजपा नेताओं की और से भारी अपमान किया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भाजपा के जिस नेता ने महिलाओं के सुहाग की इस पवित्र निशानी पर इस प्रकार का तुच्छ और घृणित बयान दिया है वे अपनी पत्नी के मंगलसूत्र का भी मान नहीं रख पाये। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार भी उसी राह पर चलते हुए अपनी मर्यादा को त्यागते हुए भाजपा के इस नेता की संगत में आकर ‘‘काजल की कोठरी में कितनो ही सयानो जाय, एक लीक लागी सो एक लीक लागी जाय‘‘ वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए लालू प्रसाद यादव के बच्चों के ऊपर अशोभनीय टिप्पणी करने से नहीं चूक रहे हैं।
माहरा ने कहा कि मंगलसूत्र बिकने की बात करने वाले भूल रहे हैं कि महिलाओं के मंगलसूत्र नोटबंदी में अपनी बेटियों की विदाई के लिए बिके थे, कोरोना महामारी में अपनों के उपचार के लिए बिके थे और जिसके राज में मंगलसूत्र बिके थे वे आज सत्ता की खातिर दूसरों पर झूठा और शर्मनाक इल्जाम लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 70 वर्ष देश की सत्ता में रही है, मगर किसी महिला के सुहाग की निशानी छिनने की नौबत नहीं आई, मगर आज सत्ता की खातिर भाजपा नेता महिलाओं के मंगलसूत्र को चुनावों में घसीटने से भी नहीं चूक रहे हैं इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है।
माहरा ने कहा कि जहां एक तरफ महिलाओं के मंगलसूत्र को भाजपा नेता चुनावी हथियार बना रहे हैं वहीं दूसरी ओर भगवान केदारनाथ के मंदिर से 230 किलो सोने की चोरी होने पर उसकी जांच भी नहीं की जाती है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर इन्दिरा गांधी ने देश के लिए अपना सोना दान कर दिया था, वहीं जनता पार्टी सरकार के प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने भारत का सोना गिरवी रख दिया था। भाजपा के शासन में आज सोने के भाव 80-82 हजार प्रति 10 ग्राम होकर आज तक के इतिहास के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गये हैं, आम आदमी की पहुंच से सोना बाहर हो गया है, जबकि कांग्रेस के 70 साल के कार्यकाल में सोना आम आदमी की पहुंच से कभी बाहर नहीं गया।
माहरा ने कहा कि देश की जनता समझ चुकी है कि नरेन्द्र मोदी और भाजपा नेताओं के पास अपनी सरकारों की उपलब्धियों के नाम पर जनता को बताने के लिए कुछ भी नहीं है तो वे इस प्रकार की कुत्सित राजनीति पर उतर आये हैं, जनता को एकबार फिर से भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं, मगर देश की जनता अब उनके पाखंड को समझ चुकी है।