उत्तराखण्डदेहरादून

नगर निगम  ने चलाया अतिक्रमण हटाओ अभियान, कई स्थानों से फुटपाथ पर रखे सामान को कब्जे में लिया

देहरादून के कई बाजारों में लोगों को करना पड़ रहा परेशानियों का सामना
देहरादून। दून नगर निगम  ने शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला फूूटपाथों पर रखे सामान को कब्जे में लिया। जिससे दुकानदारों में अफरा तफरी मच गयी। बुधवार प्रातः नगर निगम प्रशासन ने पुलिस के साथ शहर में अतिक्रमण अभियान चलाया। नगर निगम ने घंटाघर चौक से अभियान की शुरूआत की। निगम की टीम को देख दुकानदारों में हडकम्प मच गया और उन्होंने आनन फानन में दुकानों के बाहर रखा सामान समेटना शुरू कर दिया। इस दौरान निगम की टीम ने कई स्थानों से फुटपाथ पर रखा सामान कब्जे में ले लिया। अभियान घंटाघर चौक से पल्टन बाजार से होते हुए धामावाला बाजार पहुंचा। इस दौरान निगम की टीम को दुकानदारों के विरोध का भी सामना करना पडा। निगम की टीम के पहुंचने से पहले ही दुकानदारों ने फुटपाथ पर रखा सामान हटाना शुरू कर दिया था। इसके बावजूद कई स्थानों से निगम की टीम ने सामान को कब्जे में लिया ।इस दौरान पल्टन बाजार में चलने वाली ठेली वाले भी आसपास की गलियों में भाग गये और निगम की टीम के जाते ही फिर बाजार में आ गये। ज्ञात हो कि देहरादून के कई बाजारों में लोगों को फुटपाथों पर कब्जा करके सामान बेचने वाले दुकानदारों के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गत दिनों से देहरादून के मुख्य बाजार जिनमें घंटाघर, पल्टन बाजार, डिस्पेसरी रोड़ एवं देहरादून के अनेक बाजारों में लग रहे हाट बाजारों आदि बाजारों में अवैध रूप से लगने वाले फड़, रेहड़ी एवं रिंग स्टेण्ड़ लगने के कारण स्थानीय व्यापारियों के समक्ष आ रही समस्याओं को लेकर पूर्व में व्यापार मण्डल का एक प्रतिनिधि मंडल क्षेत्रीय विधायक खजानदास , महानगर अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल  से मिला था।
उसके दून उद्योग व्यापार मंडल एवं भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधि मंडल ने संयुक्त रूप से सिटी मजिस्ट्रेट  प्रत्यूष सिंह  उप नगराधिकारी वीर सिंह बूदियाल  सीओ सिटी  नीरज सेमवाल  एवं कोतवाल देहरादून कैलाश भट्ट से मिला था।
प्रतिनिधिमण्डल में महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल जी ने बताया कि भारी संख्या में देहरादून एवं उत्तराखंड से बाहर के लोग जिनका कोई सत्यापन नहीं है ,उनके द्वारा बाजार आदि में दुकानदारों के सामने फर्ड़, रेहडी एवं रिंग स्टे़ड़ के माध्यम से व्यापार कर रहे हैं। साथ ही अन्य लोकल बाजारों में लग रहे हाट बाजारों से जिसका स्थानीय व्यापारी/दुकानदारों पर व्यापार का संकट आ गया है। इन बाजारो में कार्य कर रहे  लोगों का रवैया हमेशा लोकल दुकानदारों और ग्राहकों के खिलाफ रहता है। इनके कारण बहुत ज्यादा भीड़ होने के कारण बाजारों में छोटे बच्चों , महिलाओं  एवं युवतियों का आना व निकलना बहुत ही दुष्वार हो गया है। चूंकि  सड़क इनके द्वारा घेर ली गई हैं, अगर किसी प्रकार की अनहोनी बाजार में होती है. तो यह सब एकजूट होकर लोकल के खिलाफ झगडा करने पर उतारू हो जाते हैं।

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