मुख्यमंत्री पुष्कर धामी स्वयं कर रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग,केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री से किया सड़कों के पुनर्निर्माण मे सहयोग का अनुरोध
अतिवृष्टि से बाधित चल रहा चीरबासा हेलीपैड हैली सेवाओं के लिए हुआ तैयार
रेस्क्यू कार्यों को सुगमता से करने में मिलेगी मदद
देहरादून । केदारघाटी में अतिवृष्टि के बाद से कई मार्ग आवाजाही के लिए बंद हो गए थे। जिन्हें खोले जाने के लिए विभिन्न रेस्क्यू टीमें लगातार अभियान चलाए हुए है। अतिवृष्टि के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग के मुख्य स्थान चीरबासा हैलीपैड़ हैली सेवाओं के लिए पूर्णतः बाधित हो गया था। शनिवार को कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम द्वारा बाधित हुए चीरबासा को हैली के लिए सुचारू कर दिया गया है , जो रेस्क्यू टीमों के लिए बड़ी राहत है। शनिवार दोपहर तक चीरबासा हैलीपैड़ से लगभग 8 से 10 बार हैली सेवा के माध्यम से रेस्क्यू कार्यों को अंजाम दिया जा चुका है। अब हैली सेवाओं के माध्यम से चीरबासा से रेस्क्यू कार्यों को और भी आसानी व सुगमता से किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री से किया सड़कों के पुनर्निर्माण मे सहयोग का अनुरोध
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से प्रदेश की क्षतिग्रस्त सड़कों के पुनर्निर्माण में सहयोग का अनुरोध किया है। शनिवार को केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से दूरभाष पर वार्ता कर प्रदेश में अतिवृष्टि मे क्षतिग्रस्त सड़कों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री को अवगत कराया कि राज्य मे चार धाम सहित अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों को राज्य मे हुई अतिवृष्टि के कारण भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने क्षतिग्रस्त सड़कों के पुनर्निर्माण का अनुरोध करते हुए बताया कि बरसात के बाद चार धाम यात्रा सहित प्रदेश में पर्यटकों का आवागमन तेजी से बढ़ेगा, जिसके लिये समय पर सड़कों की मरम्मत की जानी जरूरी है। मुख्यमंत्री ने श्री नितिन गडकरी से सड़कों की मरम्मत के लिये केन्द्रीय सड़क सुरक्षा निधि के तहत आवश्यक धनराशि स्वीकृत किये जाने का भी अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों मे सड़क ही एक मात्र आवागमन का प्रमुख साधन है। इसलिए समय पर क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत राज्य हित में आवश्यक है।