Uttarakhand: पूर्व सैनिकों एवं शहीद आश्रितों को सम्मान दिये जाने पर सैनिक कल्याण मंत्री जोशी को किया गया सम्मानित ,मुख्यमंत्री धामी और सरकार का भी जताया आभार
शहीदों के परिजनों को मिलेंगे 60 लाख की धनराशि, भूतपूर्व सैनिक के अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार वित्तीय सहायता राशि प्रदान करने का भी प्रावधान
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सैनिक आश्रितों के कल्याण के लिए की गई घोषणाओं के लिए देहरादून जनपद के पूर्व सैनिकों एवं विभिन्न सैनिक संगठनों ने सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी को पुष्पगुच्छ एवं शॉल औढ़ाकर उनका आभार जताया और सम्मानित किया।
बुधवार को देहरादून के न्यू कैंट रोड़ स्थित सैनिक कल्याण मंत्री के कैम्प कार्यालय में देहरादून के पूर्व सैनिकों एवं विभिन्न सैनिक संगठनों ने शौर्य दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सैनिक आश्रितों के कल्याण के लिए की गई घोषणाओं के लिए सरकार का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि लंबे समय से पूर्व सैनिकों द्वारा यह मांग की जा रही थी, जिसके बाद मेरे अनुरोध पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश हित और सैन्यहित में यह बड़ी घोषणा की गई। सैनिक कल्याण मंत्री ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शहीदों के परिजनों को मिलने वाली10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख किया गया है। इसमें 10 लाख अतिरिक्त सैनिक पुनर्वास संस्था के माध्यम से भी दिया जाऐगा अर्थात कुल 60 लाख शहीद परिजनों को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिक की मृत्यु के समय सम्मानजनक अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार वित्तीय सहायता राशि प्रदान करने की व्यवस्था भी की गई है।सैनिक कल्याण मंत्री जोशी ने कहा कि मैं अगर फोज का सिपाही नहीं होता तो विधायक और मंत्री भी नहीं होता। उन्होंने कहा कि एक सैनिक होने के नाते मैं सैनिकों की पीड़ा को समझ सकता हूं और जब भी सैनिकों के कार्यक्रम में जाता हूं तो यह महसूस करता हूं कि जैसे अपने परिवार के बीच हॅू। मेरी हमेशा यह कोशिश होती है कि पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए हमेशा ही प्रयाससत रहूं। जोशी ने कहा कि 11 अगस्त को पूर्व सैनिकों द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सम्मान एवं आभार कार्यक्रम भी किया जायेगा। सैनिक कल्याण मंत्री जोशी ने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की गई है। द्वितीय विश्व युद्ध की अनुदान राशि, विशिष्ट सेना मेडल अवार्ड राशि में बढ़ोतरी तथा वीरता पदक पुरस्कार की एक मुश्त अनुदान राशि में भी कई गुना बढ़ोतरी की गई है। पुष्कर सिंह धामी सरकार ने शहीद परिवारजनों के आश्रितों को राजकीय सेवा में समायोजित किया जा रहा है, अभी तक 26 शहीद परिवारों के आश्रितों को सरकारी नौकरी दी गई है। इस अवसर पर मेजर जनरल सम्मी सभरवाल, कर्नल आरएस भंडारी, ब्रिगेडियर केजी बहल, पीटीआर शमशेर सिंह बिष्ट, कैप्टन एएस राणा ने भी बैठक में अपने विचार रखे। इस दौरान ब्रिगेडियर जेएनएस बिष्ट, कर्नल वीरेन्द्र भट्ट, सूबेदार मेजर टीएस रावत, टीडी भूटिया, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल वीरेंद्र भट्ट, कर्नल जी.एस नेगी, कर्नल आई एस फर्सवाण, कमांडर मथारू, कैप्टन बलूनी, कैप्टन आनंद राणा, कर्नल थापा सहित सैकडो पूर्व सैनिक एवं सैनिक संगठनों के अध्यक्ष उपस्थित रहे।
सैनिक कल्याण मंत्री के अनुरोध पर सीएम ने की थी घोषणाएं
देहरादून।सैनिक कल्याण मंत्री जोशी के अनुरोध पर विजय दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए घोषणा की गई थी। जिसमे अमर शहीदों के परिजनों को मिलने वाली राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख किया। शहीदों के आश्रितों को जिलाधिकारी कार्यालय के अलावा अन्य विभागों नियुक्ति प्रदान की जाएगी। शहीदों के आश्रित सरकारी नौकरी के लिए दो वर्ष नहीं बल्कि पांच वर्ष तक आवेदन कर सकेंगे। सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत विभागीय संविदा कर्मियों को उपनल कर्मियों के समतुल्य अवकाश दिया जाएगा।