भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सत्र में जरूरी विधेयकों और अनुपूरक बजट पारित होने पर जतायी खुशी
खेल यूनिवर्सिटी, भू कानून में सुधार और दंगा रोधी विधेयक अमन चैन और विकास के लिए जरूरी
देहरादून । भाजपा ने गैरसैंण सत्र के महत्वपूर्ण विधेयकों और अनुपूरक बजट पारित करने के साथ संपन्न होने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सदन में सहयोग के लिए सभी विधायकों का आभार व्यक्त किया तथा खेल यूनिवर्सिटी, भू कानून में सुधार के अतिरिक्त दंगा रोधी विधेयक पारित होने को राज्य में अमन चैन और विकास के लिए जरूरी बताया। साथ ही उन्होंने विपक्ष से सत्र की अविधि को लेकर राजनैतिक बयानबाजी से बचने का आग्रह किया है।मानसून सत्र के पूर्व निर्धारित बिजनेस के अनुरूप सकुशल संपन्न होने पर उन्होंने खुशी जताई । साथ ही लोकतांत्रिक परंपरा के निर्वाहन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी एवं उनकी सरकार समेत पक्ष विपक्ष के सभी विधायकों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने सदन में पारित विधेयकों, विशेषकर उत्तराखंड लोक तथा निजी संपत्ति क्षति वसूली विधेयक को भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता बताया। हम किसी भी कीमत पर देवभूमि की पहचान और उसकी शांति से किसी को भी खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं दे सकते हैं । लिहाजा दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के लिए बिना किसी देरी किए हमारी सरकार इस मुद्दे पर कठोरतम अध्यादेश लेकर आई थी। अब सर्वसम्मति से सदन से पास होने के बाद शीघ्र ही यह विधेयक कानून की शक्ल लेगा और जिससे उपद्रवियों की मंशा पर लगाम निश्चित है । इसी तरह उन्होंने खेल विश्वविद्यालय की स्थापना को युवाओं के लिए सुनहरा अवसर प्रदान करने वाला बताया। वहीं जमीदारी उन्मूलन संशोधन कानून, नगरपालिका एवं नगर निगम अधिनियम संशोधन से नए परिसीमन के कारण परिधि में आए क्षेत्रों को राहत मिलेगी। अनुपूरक बजट के पास होने पर खुशी जताते हुए उन्होंने आपदा प्रबंधन एवं राहत कार्यों में तेजी आने की उम्मीद जाहिर की। साथ ही कहा कि अब शिक्षा, सड़क व्यवस्था एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के सुचारू संचालन में सरकार तीव्र गति से आगे बढ़ेगी।
उन्होंने सत्र की अविधि को लेकर उठाए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि नियमावली के तहत जब सत्र का बिजनेस तय होता है तो उस समय विपक्ष के विधायक भी रहते हैं । बैठक में तय लक्ष्य के अनुरूप ही सदन का संचालन किया गया है, जिसमे विपक्ष ने भी सहयोग किया । लेकिन मात्र राजनैतिक भाषणबाजी के लिए सदन को चलाया जाना, जनता के विश्वास और धन की बर्बादी करना उचित नही है। उन्होंने आग्रह किया कि प्रत्येक मुद्दे पर विपक्ष का राजनीति करना उचित नही है।