उत्तराखण्डदेहरादून

Uttarakhand: मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कांग्रेस के नेशनल कांफ्रेंस से गठबंधन पर बोला हमला, कहा- कांग्रेस ने कश्मीर को बर्बाद करने वालों से किया गठबंधन, राहुल गांधी से पूछे 10 सवाल

बोले , गठबंधन से सामने आ गया कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने तीन दशक तक लगातार कश्मीर को पीछे धकेलने का काम किया
एस.आलम अंसारी
देहरादून:   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस पार्टी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन करके अपने मंसूबों को साफ कर दिया है। सीएम धामी ने कहा कि कांग्रेस ने कश्मीर को बर्बाद करने वालों के साथ फिर से गठबंधन किया है।नेशनल कॉन्फ्रेंस ने तीन दशक तक लगातार कश्मीर को पीछे धकेलने का काम किया है। साथ ही आतंकवाद, अलगाववाद और जिहाद को पोषित करने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सवाल दागते हुए कहा कि गठबंधन से कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आ गया है।
शनिवार को सुभाष रोड स्थित मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता में सीएम धामी ने नेशनल कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए वादों पर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से उनके 10 सवाल पूछे हैं। इन सवालों के जवाब कांग्रेस को देश की जनता को देना चाहिए।उन्होंने कहा कि कश्मीर के जो क्षेत्रीय दल हैं, उनकी बात अलग है. लेकिन कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है। देश के अंदर राहुल गांधी अपने आपको राष्ट्रवादी और हिंदू बताते हुए घूमते थे, लेकिन कश्मीर में शंकराचार्य पर्वत का नाम बदलने की बात हो रही है , इससे राहुल गांधी का चेहरा बेनकाब होता है।
मुख्यमंत्री  धामी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में भाजपा को हार का डर नहीं है, लेकिन भाजपा राजनीति को राष्ट्रनीति से बढ़कर नहीं मानती है। यह विषय राजनीति से बढ़कर देश से जुड़ा हुआ है।ऐसे में देश प्रथम है।उसके बाद बाकी चीजे हैं। सीएम धामी ने साथ ही कहा कि पूरा देश जानता है कि उत्तराखंड के वीर जवानों ने कश्मीर को बचाने के लिए अपनी शहादत दी है, ऐसे में देश की जनता ये नहीं चाहती कि जो अमन और शांति कश्मीर में आई है, कश्मीर में दहशत समाप्त हुई है, कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना है, वो किसी कीमत पर भंग नहीं होना चाहिए। साथ ही किसी भी तरह से कश्मीर में दो तरह के विधान और दो तरह के निशान नहीं होने चाहिए।
सीएम  धामी राहुल गांधी से  पूछे  10 सवाल.
• क्या कांग्रेस ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस’ के जम्मू-कश्मीर में फिर से ‘अलग झंडे’ के वादे का समर्थन करती है?
• क्या राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी धारा 370 और आर्टिकल 35ए को वापस लाकर जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के युग में धकेलने के JKNC के निर्णय का समर्थन करती है?
• क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
• क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी, पाकिस्तान के साथ एलओसी ट्रेड’ शुरू करने के नेशनल कॉन्फ्रेंस के निर्णय से फिर से बॉर्डर पार से आतंकवाद और उसके इकोसिस्टम का पोषण करने का समर्थन करते हैं?
• क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों के परिजनों को फिर से सरकारी नौकरी में बहाल करके आतंकवाद, दहशतगर्दी और बंद के दौर को फिर से लाने का समर्थन करती है?
• इस गठबंधन से कांग्रेस पार्टी का आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आया है. क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के जेकेएनसी के वादे के साथ है?
• क्या कांग्रेस चाहती है कि ‘शंकराचार्य पर्वत “तख़्त-ए-सुलिमान’ और ‘हरि पर्वत” कोह-ए- मारन’ के नाम से जाने जाएं?
• क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से भ्रष्टाचार की आग में झोंक कर पाकिस्तान समर्थित गिने चुने परिवारों के हाथों में सौंपने का समर्थन करती है?
• क्या कांग्रेस पार्टी जेकेएनसी के जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है?
• क्या कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर को ऑटोनॉमी देने की जेकेएनसी की विभाजनकारी सोच और नीतियों का समर्थन करते हैं?

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button