दुनिया
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसन अल बोल्किया के साथ की द्विपक्षीय बैठक
व्यापक विषयों पर की चर्चा
ब्रुनेई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसन अल बोल्किया के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने व्यापक विषयों पर चर्चा की। दोनों के बीच व्यापार, वाणिज्यिक संबंधों और लोगों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ाने के बारे में चर्चा की गई। इससे पहले पीएम मोदी का सुल्तान और उनके परिवार के सदस्यों ने इस्ताना नूरुल इमान में स्वागत किया। यह सुल्तान का आधिकारिक निवास और ब्रुनेई सरकार का मुख्यालय है। इससे पहले पीएम मोदी जब होटल पहुंचे, तो भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने समुदाय के लोगों से बातचीत की। एक बच्ची ने मोदी को उनका ‘स्केच’ भेंट किया। प्रधानमंत्री ने बच्ची को अपना ऑटोग्राफ दिया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच जीवंत सेतु के रूप में भारतीय समुदाय के लोगों की भूमिका और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान की सराहना की। बयान के मुताबिक, ब्रुनेई में भारतीयों के आगमन का पहला चरण 1920 के दशक में तेल की खोज के साथ शुरू हुआ था। वर्तमान में, लगभग 14,000 भारतीय ब्रुनेई में रह रहे हैं। पीएम मोदी मोदी ब्रुनेई में उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद भी गए, जिसे वर्तमान सुल्तान के पिता ने बनवाया था। उन्होंने भारतीय उच्चायोग में नए ‘चांसरी’ परिसर का भी उद्घाटन किया। दोनों जगहों पर उन्होंने भारतीय प्रवासियों से बातचीत की। धार्मिक मामलों के मंत्री पेहिन दातो उस्ताज अवांग बदरुद्दीन ने मस्जिद में प्रधानमंत्री का स्वागत किया। मोदी ने मस्जिद के इतिहास को दर्शाने वाला एक वीडियो भी देखा।
मस्जिद का नाम ब्रुनेई के 28वें सुल्तान उमर अली सैफुद्दीन तृतीय (वर्तमान सुल्तान के पिता, जिन्होंने इसका निर्माण भी शुरू कराया था) के नाम पर रखा गया है और इसका निर्माण 1958 में पूरा हुआ था। ब्रुनेई से पीएम मोदी बुधवार को सिंगापुर जाएंगे, जहां वह राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम, प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग, वरिष्ठ मंत्री ली सीन लूंग, गोह चोक टोंग से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री सिंगापुर के कारोबारी समुदाय के नेताओं से भी मिलेंगे।