पीरियड्स के दौरान नहीं करना चाहिए इस तरह का वर्कआउट, हो सकती है परेशानी
पीरियड्स के दौरान व्यायाम करने से दर्दनाक ऐंठन से राहत मिल सकती है. लेकिन आपको एक्सरसाइज करने से आपको बहुत थकावट होती है । तो आपको एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए. लेकिन डॉक्टर्स की मानें तो अगर आपकी हेल्दी और नॉर्मल पीरियड है तो आप आराम से पीरियड्स के दौरान वर्कआउट कर सकते हैं. कई लोग ऐसे भी है जो पीरियड्स के 5 दिन पूरी तरह से वर्कआउट करना छोड़ देते हैं. लेकिन सवाल यह उठता है कि सिर्फ पीरियड्स है इसलिए एक्सरसाइज नहीं कर रहे हैं तो यह बात सही नहीं है ।
पीरियड्स के दौरान वर्कआउट करने के फायदे
पीरियड्स के दौरान वर्कआउट करने से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के फायदे होते हैं. हर रोज एक्सरसाइज करने के फायदे तो है ही. पीरियड्स के दौरान प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन दोनों अपने निम्नतम स्तर पर होते हैं, जिससे लोग थका हुआ और कम ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं । ऐसा नहीं है कि अगर आपको एनर्जी नहीं मिल रही है और ऐसी स्थिति में आप एक्सरसाइज नहीं करेंगे तो आपको फायदा मिलेगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक्सरसाइज करने से ही आपको फायदा मिलने वाला है ।
पीरियड़्स के दौरान एक्सरसाइज करने के फायदे
पीरियड्स से पहले के दिनों में और अपने चक्र के दौरान थकान और मूड स्विंग का अनुभव करते हैं, तो रोजाना एरोबिक एक्सरसाइज करें इन लक्षणों को कम कर सकता है ।
एंडोर्फिन का इस्तेमाल करें
क्योंकि व्यायाम आपको प्राकृतिक एंडोर्फिन हाई देता है, यह आपके मूड को बेहतर बना सकता है और वास्तव में आपको बेहतर महसूस करा सकता है. ब्रैंडन मार्सेलो, पीएचडी, का मानना है कि मासिक धर्म के दौरान व्यायाम करने का एक मुख्य लाभ एंडोर्फिन का स्राव और कसरत का उच्च स्तर है. उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि एंडोर्फिन एक प्राकृतिक दर्द निवारक है, इसलिए जब वे व्यायाम के दौरान निकलते हैं, तो आप असहज मासिक धर्म से राहत महसूस कर सकते हैं ।
अपने मूड को बेहतर बनाएं
सूत्रों ने कहा कि इस समय व्यायाम करने से आपका मूड बेहतर होगा और रक्त संचार बढ़ेगा। व्यायाम आपके मासिक धर्म से जुड़ी ऐंठन, सिरदर्द या पीठ दर्द को भी कम करता है।
पीरियड्स के दौरान कौन सी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए
- तीव्र कार्डियो: मासिक धर्म के दौरान भारी प्रवाह और तनाव का कारण बन सकता है।
- भारी वजन प्रशिक्षण: खासकर यदि आप मासिक धर्म में ऐंठन का अनुभव कर रहे हैं।
- उल्टे योग आसन: जैसे कि कंधे पर खड़े होना, सिर पर खड़े होना और हल के आसन।
- स्क्वाट्स: पैल्विक दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द और पीठ दर्द को बदतर बना सकते हैं।
- टमी क्रंच: पैल्विक दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द और पीठ दर्द को बदतर बना सकते हैं।