विरासत आर्ट एंड हेरीटेज फेस्टिवल-2024 में छाया ‘अभिमन्यु’ का चक्रव्यूह,गढ़वाली लोक नाट्य में पांडव और कौरवों के बीच युद्ध को देखने के लिए उमड़े लोग
देहरादून I विरासत आर्ट एंड हेरिटेज फेस्टिवल 2024 के पांचवें दिन आज अभिमन्यु द्वारा रचे गए चक्रव्यूह का नाट्य मंचन देखने के लिए भारी संख्या में लोग उमड़ पड़े और वे इस शानदार प्रस्तुति वाले नाट्य मंचन के दृश्य देखकर बेहद आकर्षित एवं हैरान हुए I
रीच संस्था के सचिव आरके सिंह व अन्य मुख्य आयोजकों की मौजूदगी में भूमि पूजन के साथ हुए इस चक्रव्यूह गढ़वाली लोक नाट्य प्रस्तुति के पटकथा व लेखक प्रोफेसर दाताराम पुरोहित हैं, जिनकी गढ़वाली लोकनाट्य कलाकारों की टीम ने शानदार ढंग से चक्रव्यूह का मंचन किया I इस मंचन को मौके पर भारी संख्या में मौजूद लोगों ने बखूबी सराहा I इस चक्रव्यूह की प्रथम प्रस्तुति वर्ष 2001 में गंधारी गांव में हुई थी I
चक्रव्यूह की गढ़वाल नाट्य प्रस्तुति में भूमिका निभाने में निर्देशक,पंकज नैथानी पांडव युधिष्ठिर,अंकित उछोली भीम,विनोद कुमेड़ी, द्रौपदी,शालिनी नकुल,पवन चमोली-सहदेव,नमित सात्यकि,जतिन उत्तरा,शमिता राणा कृष्णा,अर्पिता भटनागर,अर्जुन, सुधीर डंगवाल-अभिमन्यु,अंकित भट्ट-कौरव दुर्योधन, हरीश पुरी- दुशासन, पंकज डुंगरियाल- जयद्रध,पंकज नैथानी-गुरु द्रोण,पवन पुरोहित- कर्ण,अभिषेक सेमवक- शल्य,रवीन्द्र नेगी- लक्ष्मण,आशुतोष-कृपा चार्य,अर्जुन राणा- अश्वधाम,रॉबिन- शकुनि,विकेश-गजपेयी संगीत डॉ. संजय पांडे, डॉ लता तिवारी पांडे, प्रिया जाटव, मनीष खाली, गोकर्ण बमरारा, अभिषेक बहुगुणा, शालिन्द्र मैठाणी, हुडका मोचंद,आरसी जुयाल बांसुरी,सौरव ढोल,अखिलेश दमाऊ,दीपक भांगपुरा,राकेश कुमार व मुकेश शामिल रहे I
चक्रव्यूह के आयोजन में श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के महंत देवेंद्र दास महाराज एवं विश्वविद्यालय के छात्रों का विशेष योगदान रहा।देश-विदेश में जाने-माने मशहूर सितार वादक ‘समन्वय सरकार’ की सांस्कृतिक संध्या का शानदार रहा सितार वादन सितार पर ‘समन्वय सरकार’ की थिरकती उंगलियों से निकलने वाले बेहतरीन राग ने लोगों को झूमने पर मजबूर किया।