राहत भरी खबर: 14 स्नातकोत्तर महाविद्यालयों को मिले प्राचार्य, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ रावत के निर्देश पर शासनादेश जारी
शीघ्र शुरू होगी स्नातक स्तर पर प्राचार्य के पदों पर प्रोन्नति प्रक्रिया, विभागीय मंत्री ने प्राचार्यों को दिये शीघ्र योगदान के निर्देश
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने मीडिया को बताया कि उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत स्नातक स्तर के 14 प्राचार्यों की पदोन्नति कर उन्हें पीजी कालेजों का प्राचार्य बनाया गया है। इन सभी प्राचार्यों के पदोन्नति आदेश शासन स्तर से जारी कर दिए गये हैं। इन्हें शीघ्र ही नवीन तैनाती स्थल पर योगदान देने के निर्देश भी दिए गये हैं। जिसमें राजकीय महाविद्यालय जखोली में प्राचार्य पद पर कार्यरत डॉक्टर माधुरी को पदोन्नत कर उन्हें राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में प्राचार्य के पद पर तैनाती दी गई है। इसी प्रकार राजकीय महाविद्यालय गुप्तकाशी के प्राचार्य डॉ प्रताप सिंह जगवान को स्नातकोत्तर कॉलेज नारायण नगर पिथौरागढ़, नरेंद्रनगर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राजेश कुमार उभान को पीजी कालेज रुद्रपुर, राजकीय महाविद्यालय ब्रह्मखाल के प्राचार्य रुकम सिंह असवाल को पीजी कॉलेज थलीसैण, देहरादून शहर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मदन प्रसाद नगवाल को स्नातकोत्तर कॉलेज गोपेश्वर, क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून में उपनिदेशक के पद पर कार्यरत डॉ. ममता ड्यूटी को पीजी कॉलेज कपकोट में प्राचार्य के पद पर तैनात किया गया। माजरा महादेव कॉलेज के प्राचार्य कैलाश चंद्र दुत पुड़ी को पीजी कॉलेज अगस्तमुनि, कोटद्वार महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय कुमार अग्रवाल को राजकीय व्यवसायिक महाविद्यालय पैठाणी, बनबसा महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. आभा शर्मा को महिला महाविद्यालय हल्द्वानी, तल्ला सल्ट महाविद्यालय के प्राचार्य विश्व मोहन पांडे को पीजी कॉलेज बेरीनाग में तैनाती दी गई। इसी प्रकार भतरौंजखान महाविद्यालय की प्राचार्य सीमा श्रीवास्तव को स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्दुचौड़, नैनबाग महाविद्यालय की प्राचार्य सुमिता श्रीवास्तव को पीजी कॉलेज काशीपुर, पतलोट महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर गिरजा शंकर यादव को स्नातकोत्तर महाविद्यालय मानिला, बहादुरपुर जट महाविद्यालय की प्राचार्य प्रीति कुमारी को स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ तथा डॉ चंद्र राम को स्नातकोत्तर महाविद्यालय खटीमा में प्राचार्य पद पर तैनात किया गया। डॉ रावत ने कहा कि प्राचार्यों द्वारा पदोन्नति का परित्याग करने पर फोरगो नियमावली के तहत कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के महाविद्यालयों में गुणवत्ता और शिक्षण व्यवस्था को सुचारु और सुदृढ़ करने के लिए शिक्षकों , कार्मिकों सहित प्राचार्यों के रिक्त पदों को भरने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार सकरात्मक प्रयास किये जा रहे हैं।