राष्ट्रीय खेल: उत्कृष्ट ने लॉन बॉल्स में बिखेरी गोल्डन चमक, उत्तराखंड को दिलाया चौथा गोल्ड मेडल,

युवा खिलाड़ी ने लॉन बॉल्स अंडर 25 फाइनल
में पाई स्वर्णिम सफलता, टीम इवेंट में ब्रॉन्ज भी झटका
देहरादून। 38वे राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड ने लॉन बॉल्स स्पर्धा में बुधवार को गोल्ड मेडल जीता।
उत्तराखंड ने नेशनल गेम्स में पहली बार लॉन बॉल्स में हिस्सा लिया और पहली बार में ही गोल्ड पर कब्जा जमाया है। प्रदेश को यह गोल्ड उत्कृष्ट द्विवेदी ने दिलाया है। उन्होंने लॉन बॉल्स अंडर 25 फाइनल में असम के बिट्टू दास को हराया ।
लॉन बॉल्स जैसे रोचक और नए खेल में गोल्ड मेडल हासिल करना उत्तराखंड लॉन बॉल एसोसिएशन के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
उत्तराखंड को लॉन बॉल्स में 1 गोल्ड मेडल ही नहीं, बल्कि 2 ब्रॉन्ज मेडल भी मिले हैं। उत्तराखंड की ओर से लॉन बॉल टीम इवेंट पुरुष में देहरादून के उत्सव और अभिषेक ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। इसके अलावा महिला अंडर 25 सिंगल में चंद्र योगिता ने भी ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है।
एक महीने की ट्रेनिंग में हासिल किया स्वर्ण पदक
लॉन बॉल में गोल्ड मेडलिस्ट उत्कृष्ट द्विवेदी ने बताया कि उन्होंने केवल एक महीने की ट्रेनिंग में गोल्ड मेडल जीता है।
उन्हें ग्राउंड भी प्रैक्टिस के लिए देरी से मिला था, लेकिन उसके बावजूद भी जितना समय मिला, उन्होंने प्रैक्टिस की और गोल्ड मेडल हासिल किया है।उत्तराखंड लॉन बॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरेंद्र पंवार और सेक्रेटरी जनरल पवनप्रीत सिंह ने बताया कि उनकी ओर से खेल विभाग से लॉन बॉल ग्राउंड की लंबे समय से मांग की जा रही थी, लेकिन अपनी तरफ से भी उन्होंने खुद ही लॉन बॉल का ग्राउंड तैयार किया। वहां पर बच्चों को प्रैक्टिस करवाई। जिसका रिजल्ट यह निकला कि उत्तराखंड ने पहले ही बार में गोल्ड मेडल हासिल किया
बेटे की उपलब्धि पर पिता ने जताई खुशी
गोल्ड मेडल जीतने वाले उत्कृष्ट द्विवेदी के पिता धीरेंद्र नाथ द्विवेदी ने भी बेटे की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की ।
जैसे ही उत्तराखंड में नेशनल गेम्स एलॉट हुए उन्होंने अपने दोनों बेटों को लॉन बॉल में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया। बड़ा बेटा चोट की वजह से नहीं खेल पाया, लेकिन छोटे बेटे उत्कृष्ट ने कमाल कर दिया।
गोल्ड मेडल जीतने वाले उत्कृष्ट द्विवेदी रुद्रपुर से ताल्लुक रखते हैं। वो चमोली जिला युवा कल्याण अधिकारी धीरेंद्र नाथ द्विवेदी के बेटे हैं। धीरेंद्र नाथ चमोली युवा कल्याण विभाग में जिला युवा कल्याण अधिकारी हैं। उन्होंने बताया कि उनका बेटा मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट में गोल्ड मेडल जीतकर पूरे प्रदेश का नाम चमकाया है, इसकी उन्हें खुशी है।