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Uttarakhand: माणा हिमस्खलनः 33 मजदूरों का सुरक्षित निकाला , 22 को निकालने की कार्रवाई जारी,  मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने लिया हालात का जायजा, रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के निर्देश

घटना के बाद सीएम ने हिमस्खलन के हालत की ली जानकारी,
आईटी पार्क स्थित राज्य आपात परिचालन केंद्र पहुंचकर व्यवस्थाओं की ली जानकारी 
देहरादून /चमोली । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद चमोली के माणा गांव  के पास हुए हिमस्खलन के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक कर  रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए। आपातकालीन परिचालन केंद्र आई.टी पार्क पहुंचकर हिमस्खलन के बाद मुख्यमंत्री ने हिमस्खलन की स्थिति के बारे में भी पूरी जानकारी ली।
आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार चमोली जनपद में बद्रीनाथ धाम से 6 किलोमीटर आगे हिमस्खलन में फंसे लोगों को निकालने के लिए युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। देर शाम   तक 33 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, शेष 22 लोगों को निकालने की कार्रवाई गतिमान है।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अधिकारियों को अति शीघ्र घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश देते हुए कहा कि घटनास्थल के सबसे समीप स्थित हेलीपैड को अति शीघ्र खोल जाए। जिससे रेस्क्यू अभियान में तेजी लाई जा सके। मुख्यमंत्री ने घटनास्थल पर ड्रोन के माध्यम से नजर रखे जाने के निर्देश दिए।  उन्होंने कहा रेस्क्यू अभियान में हेलीकॉप्टर की भी मदद लेकर रेस्क्यू में तेजी लाई जाए। उन्होंने सभी घायलों को एयर एंबुलेंस के माध्यम से जरूरत पड़ने पर एम्स ऋषिकेश लाए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने जिला प्रशासन से निरंतर समन्वय संपर्क कर उन्हें हर संभव मदद करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार, केंद्र सरकार से  निरंतर संपर्क में है। प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री  से भी लगातार संपर्क किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू अभियान में किसी भी एजेंसी की आवश्यकता होने पर उनकी मदद ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि 10 लोगों को आईटीबीपी अस्पताल पहुंचाया गया है। बर्फबारी जारी है, कई जगहों पर मार्ग अवरुद्ध हो रहा है। कल मौसम खुलने की संभावना है, जिससे रेस्क्यू अभियान में भी तेजी आएगी। सभी रेस्क्यू दल आपस में समन्वय के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा माणा हेलीपैड को भी एक्टिव किया जा रहा है। इसके साथ ही एम्स ऋषिकेश, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल गोपेश्वर में भी सभी तैयारी पूरी कर ली गई हैं।
मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से जुड़े जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी से घटना की पूरी जानकारी ली। जिलाधिकारी ने बताया कि माणा गांव और माणा पास के मध्य सीमा सड़क संगठन के समीप हिमस्खलन की सूचना मिली थी। यहां सेना की आवाजाही के लिए सड़क मार्ग से बर्फ हटाने वाले मजदूरों के घटना स्थल के समीप होने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद सेना के साथ ही आईटीबीपी, एनडीआरफ, एसडीआरफ की रेस्क्यू टीम को मौके के लिए रवाना कर दिया गया है। इस अवसर पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव शैलेश बगौली, विनोद कुमार सुमन, विनय शंकर पांडे, एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
फिलहाल विजिबिलिटी ना होने के कारण वर्तमान में हेलीकॉप्टर का जाना संभव नहीं
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि जनपद चमोली में हिमस्खलन के बाद लगातार राहत बचाव का कार्य जारी है। आईटीबीपी, सेना, जिला प्रशासन, वायु सेना, सभी लोग बचाव कार्य में लगे हुए हैं। सभी से निरंतर वार्ता जारी है। विजिबिलिटी ना होने के कारण वर्तमान में हेलीकॉप्टर का जाना संभव नहीं है। इस संबंध में स्नो एक्सपर्ट की सेवाएं ली जा रही हैं। आईटीबीपी के लोग घटना स्थल में विशेष रूप से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा हमारी पहली प्राथमिकता श्रमिकों को सुरक्षित निकलना है। सभी लोग अलग अलग स्थानों से हैं, जिसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जा रहा है।
चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी  जोशी ने कहा -भारी बर्फबारी के चलते रेस्क्यू रुका
चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने  बताया कि भारी बर्फबारी के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन अभी रोक दिए गया है। ताजा अपडेट के मुताबिक हिमस्खलन में फंसे 55 में से 33 को रेस्क्यू कर लिया गया है, शेष 22 की खोजबीन शनिवार सुबह दोबारा आरंभ की जाएगी”. बदरीनाथ हाईवे पर जमी बर्फ को हटाने के लिए बीआरओ की जेसीबी लगाई है। क्षेत्र में लगातार बर्फबारी होने और कोहरा लगने से रेस्क्यू कार्य बाधित हो रहा है। बदरीनाथ हाईवे से पैदल ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आपदा और पुलिस की टीमें माणा गांव के लिए रवाना हो गई हैं।

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