उत्तराखण्ड

खनन के काले कारोबार में डूबे सीएम, दाग कैसे दूर करेंगेः महर्षि

सीएम बताएं कि वह कौन सी मजबूरी थी जो दागी पीआरओ को बहाल् करना पड़ा
देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने धामी सरकार के खनन के काले कारोबार पर सवालिया निशान लगाते हुए उसे कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में धामी सरकार दाग धोने की कितनी भी कोशिश कर ले, वह बेदाग नहीं हो सकती, वह भी तब जबकि खुद मुख्यमंत्री के पीआरओ खनन से लदे ट्रक छोड़ने के लिए एसपी को पत्र लिखते हैं और बात खुल जाने पर उस पीआरओ को हटा दिया जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि अब ऐसे कौन से पावडर से पीआरओ धुल कर आ गए हैं कि उन्हें आचार संहिता लागू होने से पहले उसी दागी पीआरओ को चोरी से बहाल कर दिया गया है।
महर्षि ने कहा कि सीएम बताएं कि वह कौन सी मजबूरी थी जो दागी पीआरओ को बहाल् करना पड़ा है। उन्होंने सवाल किया कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने क्या पहले झूठ बोला था कि खनन का ट्रक छोड़ने का पत्र लिखने के लिए मुख्यमंत्री की स्वीकृति नहीं ली गई थी। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण से यह साफ हो गया है कि खनन के काले कारोबार में धामी सरकार आकंठ डूबी हुई है और बेदाग छवि का उसका दावा बेमानी है। प्रदेश के लोग समझ चुके हैं कि शुचिता, पारदर्शिता का दावा करने वालों का दामन कितना मैला है।

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