राष्ट्रीय

 निरीक्षण के समय कोई भी बच्चा स्कूल में हाजिर नहीं मिला

  • दोपहर 2 बजे ही विद्यालय भवन के मुख्य द्वार पर लटका मिला ताला
  • विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक के निरीक्षण में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
  • कहा, शिक्षकों का अध्यापन के प्रति जिम्मेदार न होना उनके दायित्वों के विपरीत
    देहरादून। प्रदेश के शिक्षा विभाग को लेकर समय-समय पर कुछ न कुछ चौंकाने वाला मामला सामने आता रहता है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर उठाने ओर गुणवता लाने के सारे प्रयास असफल होते जा रहें है। स्कूलों में छात्र है, तो शिक्षक नदारद मिल रहें है, तो कभी रजिस्ट्रर में ही अध्यापन हो रहा है। विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने मंगलवार को देहरादून के रायपुर विकास खण्ड के तहत कई विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण  किया तो व्यवस्था की सार पोल खुल कर सामने आ गई। राजकीय प्राथमिक विद्यालय गढवाली कॉलोनी मंे प्रधानाध्यापक सहित कार्यरत 6 अध्यापकों में से निरीक्षण के समय प्रधानाध्यापिका व  चार सहायक अध्यापिकायें ही उपस्थित मिली, यही नही विद्यालय में कुल 179 बच्चें पंजीकृत हैं, जिनमें से 128 बच्चों को उपस्थिति पंजिका मंे उपस्थित दिखाया गया है, मगर निरीक्षण के समय कोई भी बच्चा विद्यालय में उपस्थित नहीं था। जिससे स्पष्ट है कि अध्यापकों ने बच्चों को निर्धारित समय से पूर्व ही घर भेज दिया गया। इस प्रकार की प्रवृत्ति से बच्चों को पठन-पाठन निश्चित रूप से प्रभावित होता है। विद्यालयों शिक्षकों द्वारा छात्र-छात्राओं के अध्यापन के प्रति जिम्मेदार न होना उनके स्वंय के दायित्वों के विपरीत है। विद्यालय मंे शौचालय प्रयोगहीन पाये गये। विद्यालय के पास जमीन की उपलब्धता है, मगर उसका सही उपयोग विद्यालय की ओर से नहीं किया जा रहा है। प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया गया कि विद्यालय में उपलब्ध भूमि पर किचन गार्डन बनाया जाय व विद्यालय में छात्रों का अध्यापन कार्य पूर्ण समय तक सुनिश्चित करें।
    राजकीय प्राथमिक विद्यालय नालापानी निरीक्षण के समय प्रधानाध्यापिका को निर्देशित किया गया कि विद्यालय का संचालन निर्धारित समय तक किया गया जाय। साथ ही विद्यालय भवन का जीर्णाेधार को आगामी वार्षिक कार्ययोजना तक आगणन तैयार मुख्य शिक्षा अधिकारी-जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा के माध्यम से उपलब्ध करायें। मुख्य शिक्षा अधिकारी, देहरादून तत्काल जनपद के सभी विद्यालयों में छात्र संख्यानुसार प्रश्न पत्र सैट उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करेंगे। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सुन्दरवाला निरीक्षण के समय अपराह्न 2 बजे विद्यालय भवन के मुख्य द्वार पर ताला लगा हुआ था और विद्यालय में कार्यरत तीनों अध्यापिकाओं में से कोई भी उपस्थित नहीं थी। विद्यालय परिसर में ही संचालित प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका द्वारा अवगत कराया गया कि बच्चों की फेयरवेल पार्टी थी, जिस कारण वहां के अध्यापक एवं बच्चों की छुट्टी हो गयी। मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून को निर्देशित किया जाता है कि तत्काल विद्यालय का निरीक्षण करते हुये सम्बन्धित अध्यापिकाओं से स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुये उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही सुनिश्चित करते हुये एक सप्ताह के अन्दर अधोहस्ताक्षरी को आख्या उपलब्ध करायेंगे। राजकीय प्राथमिक विद्यालय सुन्दरवालाः रा.प्रा.वि. सुन्दरवाला में भी निरीक्षण के समय छात्रों की छुट्टी कर दी गई थी। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय लाड़पुरः निरीक्षण के समय कोई भी शिक्षक कक्षा में अध्यापन करता हुआ नहीं पाया गया। विद्यालय में छात्र-छात्रायें इधर-उधर घूम रहे थे, जो कि अत्यंत निराशाजनक स्थिति है। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नत्थनपुर में विद्यालय मंे एक प्रधानाध्यापक व दो अध्यापिकायें उपस्थित थीं लेकिन कोई भी अध्यापक कक्षा-कक्ष मंे शिक्षण कार्य नहीं करवा रहा था। परिस्थितियों के
    दृष्टिगत मुख्य शिक्षा अधिकारी, देहरादून का व्यक्तिगत ध्यान अपेक्षित करते हुये निर्देशित किया गया कि इन विद्यालयों के साथ ही जनपद के समस्त विद्यालयों का समय-समय पर अनुश्रवण-निरीक्षण करवाकर विद्यालयों में अध्यापन कार्य को सुदृढ़ बनाया जाय

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