झण्डे मेले का साक्षी बनने को जुटने लगीं संगतें
रात के समय दूधिया रोशनी में दे खते ही बन रही श्री दरबार साहिब की आभा
देहरादून। श्री झंडे जी मेले में शामिल होने के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में संगतें श्री दरबार साहिब पहुंच गई हैं। रविवार को पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित देश के अलग-अलग हिस्सों से ला खों की संख्या में श्रद्धालु श्री दरबार साहिब पहुंचे। विदेशों से भी संगतों का आगमन शुरू हो गया है। श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने संगतों को दर्शन दिए व आशीर्वाद दिया।
श्री गुरु राम राय जी महाराज, श्री झण्डा साहिब महाराज व श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के जयकारों से श्री दरबार साहिब परिसर गूंज उठा। रविवार को नित्य पूजा-क्रम के बाद श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने संगतों को दर्शन दिए। उन्होंने संगतों को श्री गुरु महाराज जी के दि खाए रास्ते पर चलने का संदेश दिया। मेले के कुशल संचालन के लिए मेला प्रबन्धन समिति व संगतों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। रविवार दूसरे पहर तक श्री दरबार साहिब परिसर संगतों से लगभग पैक हो गया। श्री दरबार साहिब के व्यवस्थापक के-सी- जुयाल ने जानकारी दी कि मेला प्रबन्धन की ओर से संगतों के भोजन, ठहरने, पानी व स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर विशेष व्यवस्था की गई है। श्री दरबार साहिब के सेवादार संगतों की आवभगत, उनके रहने और खाने की व्यवस्थाओं में जुटे हैं। श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल तालाब, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, बांबे बाग मातावाला बाग, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, रेसकोर्स, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, राजा रोड में भारी संख्या में संगतें पहुंच चुकी हैं। दरबार साहिब परिसर दोपहर तक पूरी तरह पैक हो गया। श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति की ओर से संगतों के लिए शहर की विभिन्न धर्मशालाओं और अन्य स्थानों में संगतों के लिए आवासीय व लंगर की समुचित व्यवस्था की गई है। वहीं मेला आयोजन स्थल पर पुलिस दल के साथ साथ प्राईवेट सिक्योरिटी गार्ड भी नजर र खे हुए हैं। समिति की ओर से करीब 2 दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी कैमरें से हर गतिविधि को बारीकी से दे खा जा रहा है।
महाराज ने की संगतों से कोविड गाइडलाइन का अनुपालन करने की अपील
देहरादून। श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने श्री झण्डा जी मेला में शामिल होने के लिए आने वाली संगतों व श्रद्धालुओं से कोविड-19 गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने की अपील की है। उन्होंनें सभी संगतों व श्रद्धालुओं का आ“वाहन किया है कि मेला आयोजन में शामिल होने के दौरान सभी श्रद्धालु व संगतें मास्क पहनें, गाइडलाइन का पालन करें। उन्होंने दोहराया कि कोरोना अभी गया नहीं है इसलिए सर्तकता जरूरी है, लापहरवारी घातक भी हो सकती है। इसलिए कोविड गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करते हुए खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों की भी सुरक्षा के लिए जागरूक करें।
गिलाफ सिलने का काम लगभग पूरा
देहरादून। रविवार को गिलाफ सिलने का काम लगभग पूरा हो गया है। महिलाएं सिलाई मशीन की मदद से गिलाफ तैयार करने के काम में जुटी हुई हैं। काबिलेगौर है कि श्री झण्डे जी पर तीन तरह के गिलाफों का आवरण होता है। सबसे भीतर की ओर सादे गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 41 (इकतालीस) होती है। मध्यभाग में शनील के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 21 (इक्कीस) होती है। सबसे बाहर की ओर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है इनकी संख्या 1 (एक) होती है। इस साल नई दिल्ली के बलजिंदर सिंह सैनी को दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।